नई दिल्ली-उत्तर-पश्चिमी दिल्ली सांसद डॉ. उदित राज ने आज भूख हड़ताल पर बैठे एयरपोर्ट अथॉरिटी एम्प्लाइज यूनियन के हजारों कर्मचारियों और अधिकारियों से मुलाकात की। यह हड़ताल हवाई अड्डा निजीकरण के विरोध में राजीव गाँधी भवन, नई दिल्ली के बाहर की जा रही है।अब पता लग गया कि असली फेंकू कौन? : शत्रुघ्न सिन्हाडॉ. उदित राज ने संबोधित करते हुए कहा कि “मै केंद्र सरकार से दरख्वास्त करूँगा कि हवाई अड्डों का निजीकरण तत्काल प्रभाव से रोका जाये, यदि हवाई अड्डों का निजीकरण हो जायेगा तो कई हजार कर्मचारियों और अधिकारियों का भविष्य अधर में लटक जायेगा। इससे पहले वर्ष 2009 में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, नागपुर और बंगलौर एयरपोर्ट का निजीकरण किया गया जिससे हजारो अनुसूचित जाति/जनजाति, पिछड़े और अल्पसंख्यकों का जीवन संकट में आगया। निजीकरण करने से सबसे ज्यादा नुकसान इसी वर्ग को उठाना पड़ रहा है। अब अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहटी, मैंगलोर और त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट के निजीकरण की तैयारी की जा रही है। जब ये एयरपोर्ट्स किसी भी तरह के घाटे में नही है तो फिर इनका निजीकरण करना कहाँ तक उचित है।जिन एयरपोर्ट्स का निजीकरण किया गया हैं वहां अब स्थिति बेहद ख़राब हो गयी है, दिल्ली एयरपोर्ट की बात करे तो यहाँ अब कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर लोगों को नौकरी पर रखा जा रहा है और उनकी न्यूनतम सैलरी का भी कोई भी प्रावधान नही है, जिससे इन लोगों का मानसिक और अर्थिक दोनों तरह से शोषण किया जा रहा है और मैं इस मुद्दे को लोकसभा में उठाऊंगा।राहुल गांधी तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री का आज करेंगे ऐलानयह भूख हड़ताल एयरपोर्ट अथॉरिटी एम्प्लाइज यूनियन एवं जॉइंट फॉर्म के द्वारा बलराज सिंह अहलावत (महासचिव) और एयरपोर्ट अथॉरिटी एससी/एसटी एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष देवी सिंह राणा के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसमे पूरे देश के 133 एयरपोर्ट्स के हजारों कर्मचारी और अधिकारी शामिल हो रहे हैं, यह भूख हड़ताल 10दिसम्बर 2018 से शुरू हुई थी जिसका समापन आज 12 दिसम्बर को किया गया।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के हजारों कर्मचारी भूख हड़ताल पर
Uday Sarvodaya | 13 Dec 2018 9:08 AM GMT
X
X
Updated : 13 Dec 2018 9:08 AM GMT
Next Story
© 2017 - 2018 Copyright Uday Sarvodaya. All Rights reserved.
Designed by Hocalwire