अजीत सिंह कभी जमाना था, जब बड़े घर से लेकर छोटे घरों तक के बच्चे पटरी लेकर स्कूल जाते. दुधिया, चाक से लिखते. कभी-कभी झगड़ा होता तो वही पटरी ही काम आती थी. उसे चमका कर रखा जाता था. चमकाने के लिए विभिन्न तरीके अपनाये जाते थे. कालिख लगाकर, उस पर सीसी से घिसना भी चमकाने के कई तरीकों में से एक था. पटरी को विद्या माई मानकर हर रोज प्रणाम भी हम सभी करते थे. धीरे-धीरे वह गायब हो गया. फिर स्लेट ने उसकी जगह ली. इसके बाद अब तो कापी से ही शुरूआत होती है. यही नहीं स्कूल…
Author: Chetan Pal
रमेश बिधूड़ी : कडुआ सच बोलने के मामले में लाभ/ हानि की परवाह नहीं करते, बनावटीपन से मीलों दूर रहने वाले भाजपा के पूर्व सांसद रमेश विधूड़ी क्या सचमुच मुस्लिम विरोधी हैं, या जानबूझ कर उनकी छवि ऐसी बनाई गई. ‘उदय सर्वोदय’ के संपादक सुलतान भारती की रमेश बिधूड़ी के साथ खास बातचीत. दक्षिणी दिल्ली लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में आप गृहमंत्री जी के साथ मंच पर नजर आए थे, उसका सकारात्मक नतीजा भी भाजपा उम्मीदवार को मिला. आजकल आपने अपने आपको कहां व्यस्त कर लिया है? हमारी पार्टी में विचारधारा महत्व रखती है, व्यक्ति विशेष नहीं. दो…
डॉ. राजाराम त्रिपाठी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट-24 दो मायनों में अभूतपूर्व रहा. पहली तो यह कि देश के इतिहास में पहली बार किसी वित्त मंत्री ने 7 वीं बार बजट पेश किया है, हालांकि इस रिकॉर्ड के बनने से देश का क्या भला होने वाला है तथा इकोनॉमी पर क्या प्रभाव पड़ना है, यह अभी भी शोधकतार्ओं के शोध का विषय है. दूसरी यह कि कृषि की वर्तमान आवश्यकता के मद्दे नजर इस बजट में देश की खेती और किसानों के लिए ऐतिहासिक रूप से अपर्याप्त न्यूनतम राशि प्रावधानित की गई है. यह गजब विडंबना है कि इस…
हरी कृष्णा आज के दौर में जब प्रदूषण अपने चरम पर है, और हम ग्लोबल वार्मिंग की उस अवस्था में हैं, जहां से प्रकृति हमें विनाश और सिर्फ विनाश का इशारा कर रही है. ऐसे में भी हम हर चेतावनी को अनदेखा कर अपने दैनिक जीवन में व्यस्त हैं तो वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन ही प्रकृति और पेड़ों को समर्पित कर दिया है. उदय सर्वोदय के इस अंक में हम लाए हैं ऐसे ही एक शख्स की कहानी जिसने अपना पूरा जीवन ही पेड़ पौधों को समर्पित कर दिया जिस कारण उसका नाम ही…
खबर: कोंडागांव में किसान राजनीति की जमीन फिर से हिलने लगी है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की अगुवाई में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के किसान नेताओं का 12 सदस्यीय दल आज सुबह अचानक अखिल भारतीय किसान महासंघ (AIFA) के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. राजाराम त्रिपाठी के हर्बल स्टेट पहुंचा। देर रात कोंडागांव पहुंचे इस प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात अब किसान आंदोलन के एक नए मोड़ का संकेत दे रही है। चौधरी राकेश टिकैत जी राष्ट्रीय प्रवक्ता भाारतीय किसान यूनियन के साथ ही इस दल में योगेन्द्र सिंह चौधरी युवा अध्यक्ष भाकियू, यूपी, प्रवीण क्रांति प्रदेश प्रभारी…
अशवनी राणा 2 अक्टूबर 1975 को सरकार ने बैंकिंग सुविधाएँ गांव गांव तक पहुँचाने के लियें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना का उदेश्य ग्रामीण गरीबों को ऋण और बैंकिंग सुविधाएँ प्रदान करना था, जिसमें इन बैंकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का बहुत बड़ा योगदान है। आज यह ग्रामीण बैंक ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में बैंकिंग सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं । ग्रामीण बैंक जहाँ एक और मनरेगा श्रमिकों का वेतन वितरण करने का काम करते हैं, वहीं लॉकर, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, मोबाईल…
दिल्ली : 30 सितंबर 2024: आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत महारत्न सीपीएसयू और प्रमुख एनबीएफसी, ने आज “राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर्स मीट” के दौरान राजस्थान सरकार, वित्त विभाग के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौता ज्ञापन के अनुसार, आरईसी तक छह वर्षों की अवधि के लिए विद्युत और गैर-विद्युत अवसंरचना में परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए सालाना 50,000 करोड़ रुपये (20,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर) प्रदान करेगा, यानी समझौता ज्ञापन का कुल मूल्य 3.00 लाख करोड़ रुपये है। इस समझौता ज्ञापन पर राजस्थान सरकार के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा, राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री…
अशवनी राणा सितम्बर महीने के अंतिम दिन एक और बैंक मैनेजर ने काम के दबाव में मुंबई के अटल सेतू से कूद कर आत्महत्या कर ली है। ये इस महीने में होने वाली तीसरी घटना है। इससे पहले बैंक कर्मचारीयों द्वारा आत्महत्या की दो दुर्भाग्यपूर्ण घटनायें सामने आई है। पहले पुणे के एक 35 वर्ष के युवा बैंकर ने मुंबई में अटल सेतू से कूदकर और फिर बेंगलोर में एक बैंक मेनेजर ने बैंक के अन्दर ही आत्महत्या कर ली। इन दोनों घटनाओं में आत्महत्या के पीछे बैंक प्रबंधन की प्रताड़ना और काम का बोझ का जिक्र किया गया है…
गुड़गांव: आरईसी लिमिटेड ने 6.25% प्रति वर्ष की प्रभावी उपज पर 5,000 करोड़ रुपये के सीबीडीटी अधिसूचित जीरो कूपन बॉन्ड (जेडसीबी) सफलतापूर्वक जुटाए हैं। आरईसी बांड को बाजार से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली क्योंकि बांड को 5,000 करोड़ रुपये के निर्गम आकार से सात गुना अधिक अभिदान मिला। इसे भी पढ़ें ⇒संसद में BJP को 11 समितियों की अध्यक्षता, राहुल गांधी-कंगना समेत अन्य नेताओं को मिली जगह बांड निर्गम को सभी चार क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों (केयर, क्रिसिल, आईसीएआर, आईआरआरपीएल) द्वारा एएए रेटिंग दी गई थी। ZCB को भारी छूट पर जारी किया जाता है और अंकित मूल्य पर भुनाया जाता है।…
नई दिल्ली: संसद की स्थायी समितियों का गठन हो गया है। गुरुवार को घोषित 24 संसदीय स्थायी समितियों में से 11 की कमान भाजपा के पास रहेगी. नौ समितियों की अध्यक्षता विपक्षी दलों और चार की अध्यक्षता एनडीए के सहयोगियों के पास होगी. कांग्रेस को चार समितियों की अध्यक्षता मिली है, जबकि डीएमके और ममता की टीएमसी को दो-दो और समाजवादी पार्टी को एक समिति की कमान दी गई है. एनडीए के सहयोगियों—जदयू, टीडीपी, एनसीपी और शिवसेना—को एक-एक समिति की अध्यक्षता सौंपी गई है. भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को वित्त संबंधी स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाया गया…