लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। विधानसभा में योगी आदित्य नाथ ने कहा कि अवधी भाषा के महत्व को समझते हुए इसे संरक्षित करने के लिए एक संस्थान खोलने की योजना बनाई जाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भोजपुरी, बुदेंलखण्डी, अवधी क्षेत्रीय भाषाओं को संरक्षित करना हमारी सांस्कृतिक विरासत को संजोने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। अवधी भाषा हमारी पहचान है, इसे संरक्षित करना और नई पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। इस संस्थान के माध्यम से हम अवधी भाषा को शैक्षणिक संस्थानों में लागू करने, शोध को बढ़ावा देने और…
Author: Md Asif Raza
चेन्नई : आरईसी लिमिटेड ने अपनी सीएसआर शाखा, आरईसी फाउंडेशन के माध्यम से, शंकर आई हॉस्पिटल, पम्मल, चेन्नई के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत आरईसी ने ‘आई केयर फॉर ऑल’ परियोजना के लिए 6.00 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जताई है। यह मोतियाबिंद सर्जरी के लिए 8,000 लाभार्थियों को सहायता प्रदान करने की एक पहल है। 17 फरवरी, 2025 को आरईसी क्षेत्रीय कार्यालय चेन्नई की मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक (सीपीएम) श्रीमती थारा रमेश और शंकर नेत्र अस्पताल के ट्रस्टी विंग कमांडर वी. शंकर (सेवानिवृत्त) के बीच समझौता ज्ञापन को औपचारिक रूप दिया गया, जिसमें आरईसी…
प्रियंका कटारे प्रेम तो है अमूल्य प्रिये, सस्ता न इसको जान। जिसने पाया प्रेमधन, बस वो सबसे धनवान। प्रेम करे से मीरा बनी, और प्रेम करे से राधा। बिन प्रेम के जीवन जीना, ज्यों जीना जीवन आधा। प्रेम तो है एक भावना, मुख से न बखानी जाए। इसको जो अनुभव करे, वो मंद-मंद मुस्काए। जाके ह्रदय प्रेम बसै, बाके होवें ऊँचे भाग। प्रीतम को जो खोजे फिरै, फिर रहे न जग से लाग।
शहंशाह आलम यह संयोगवश नहीं हुआ कि मैंने पुरानी साइकिल से पुराने शहरों की यात्राएं कीं खानाबदोश उम्मीदों से भरी इस यात्रा में संयोग यह हुआ कि तुम्हारा प्रेम साथ रहा मेरे तुम्हारे प्रेम ने मुझे अकेलेपन से मुठभेड़ नहीं करने दिया एक संयोग यह भी था कि मेरा शहर जूझ रहा था अकेलेपन की उदासी से तुम्हारे ही इंतजार में और मेरे शहर का नाम तुमने खजुराहो रखा था प्रेम की पवित्रता में बहकर।
कला: शाह आलम पंचनद (जालौन)। पंचनद के ऐतिहासिक तट पर, जहां चंबल, यमुना, सिंध, पहुज और क्वारी नदियों का संगम होता है, एक अनूठा इतिहास रचा गया। चंबल संग्रहालय के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट हिमांशु शेखर परिदा ने अपनी रेत कला का जादू बिखेरा। यह पहला अवसर था जब पंचनद के तट पर रेत कला का ऐसा भव्य प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन ने एक इतिहास रचकर कला- पारखियों तक को हतप्रभ कर दिया। बीते कुछ वर्षों से असली चंबल की तस्वीर उजागर करने और इलाके को नया तेवर देने में लगे डॉ. शाह आलम राना उदय…
पुस्तक समीक्षा: असगर वजाहत किसी भी अच्छे लेखक की तरह हरि भटनागर अपने लेखन में सदा कुछ नया देते रहते हैं। वरिष्ठ और सम्मानित लेखक के लिए यह चुनौती भरा होता है कि वह आपको लगातार बदलता रहे। नई चुनौतियों से जूझता रहे। उसके समीक्षक और पाठक उसे सराहते रहें। हरि भटनागर का नया उपन्यास ‘दो गज जमीन’ इसका जीता जागता सबूत है। हरि भटनागर ने साहित्य की कई विधाओं में अच्छी रचनाएं दी हैं। विशेष रूप से उनका उपन्यास ‘एक थी मैना एक था कुम्हार’ चर्चा के केंद्र में रहा है। अपनी अन्य रचनाओं में भी वे फैंटेसी और…
सुनीता श्रीवास्तव मां शारदे, वर दे मुझे, मैं नित करू गुणगान तेरा । बागेश्वरी इस मूढ़ मतिे को भी मिले वरदान तेरा।। माघ शुक्ला पंचमी, बेला बसंती आ गयी है। तव स्नेह की ऊष्मा लिए मधु ऋतु प्रकृति पर छा गयी है। यह पंचमी त्यौहार अनुपम, चतुर्दिक जयगान तेरा।। मां शारदे .. मिलकर रहें, जुलकर रहें सब स्नेह में घुलकर रहें, उन्मुक्त हों सबके हृदय, निर्भय सभी खुलकर रहें। पारस्परिक सम्मान दें हम अंश सबको मान तेरा।। मां शारदे.. भजन पूजन यजन कर लें, मन तुम्हारे चरण धर लें, शक्ति मां! हे भक्ति मां! तुमको नमन सब स्वजन कर लें।…
डॉ. शिवजी श्रीवास्तव कतारे पर एक बिलकुल नये फिल्मी गीत की धुन सुनकर मैं चौंका ,मैं ही क्या शायद गली में और भी लोग चौंके होंगे क्योंकि अब तक सब लोग वही एक पुरानी धुन…-‘‘इक परदेशी मेरा दिल ले गया…’’ सुनने के अभ्यस्त हो चुके थे। शम्भू फेरी वाला पिछले बीस वर्षों से वही एक चालीस साल पुराने गाने की धुन बजाता चला आ रहा है। इन बीस वर्षों में बहुत कुछ बदल गया पर नहीं बदली थी तो उसके इकतारे की धुन। जब हम लोग छोटे थे तब उसके इकतारे की धुन सुनकर पागलों की तरह घर से बाहर…
राजस्थान सरकार प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐतिहासिक धरोहर, नैसर्गिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिपूर्ण राजस्थान, पर्यटन के सभी आवश्यक तत्वों को समेटे हुए है। राजस्थान सरकार का उद्देश्य इसे एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है, जिससे न केवल पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव मिले, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए आजीविका के अवसर भी सृजित हों। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में 8 और 9 मार्च को जयपुर में आईफा 2025 (IIFA-25) का आयोजन किया जा रहा है। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का कहना है…
लक्ष्मी नारायण जब से सुना है कि सुट्टा लगाने वालों यानि बीड़ी-सिगरेट फूंकने वालों पर सार्वजनिक रूप से अपनी धुंआदार कला का प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध और जुमार्ने का हथौड़ा लगने जा रहा है, मेरी बाँछें खिल उठी हैं क्योंकि बीड़ी-सिगरेट के खाँसीदार धुएँ का अभ्यस्त न होने के बावजूद मुझे कई बार हठधर्मी बीड़ीबाजों के प्यारे धूएँ को विवशता में अनजाने में हलक में उतारना पड़ा है। आप इसके मोहपाश से कितना भी बचना चाहें, बंडलबाज आँख मूंदकर सिगरेट के नशे का परम आनंद उठाते हुए, धुएँ के बादल आप पर छोड़ते हुए सफाई से पतली गली से निकल…