Author: Nirmal Rani

निर्मल रानी महिला सुरक्षा व संरक्षण के जितने दावे हमारे देश में किये जाते हैं उतने किसी देश में नहीं किये जाते। इसी तरह जितना धार्मिक होने का दिखावा हमारे देश में किया जाता है,धर्म व अध्यात्म की जितनी चर्चा हमारे देश में की जाती है शायद अन्यत्र कहीं नहीं होती। परन्तु इसके विपरीत पूरे देश में उतना ही अधिक अधर्म व्याप्त नज़र आता है। कोई क्षेत्र कोई संस्था कोई विभाग ऐसा नहीं जहाँ नारी का अपमान न होता हो,जहाँ झूठ और भ्रष्टाचार सिर चढ़कर न बोलता हो। जहाँ स्वार्थ और मुफ़्तख़ोरी का बोल बाला न हो। परन्तु इस वास्तविकता…

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