नई दिल्ली-यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के जन्मदिन के अवसर पर दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्षा शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ‘‘मेरी मीता’’ एक अनोखा कार्यक्रम का उद्घाटन बाबरपुर जिला के यमुना विहार से किया। जिसके तहत घरेलू कमकाजी महिलाओं की पहचान कर उन्हें सम्मान दिया जाएगा। शुरुआत में यह कार्यक्रम बाबरपुर और करावल नगर जिला कांग्रेस में चलाया जाएगा। मेरी मीता कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर शर्मिष्ठा मुखर्जी के अलावा दिल्ली की अखिल भारतीय महिला कांग्रेस दिल्ली प्रभारी शमिमा शफीक, जिला अध्यक्ष अमरलता सांगवान और कमर जहां, दिल्ली प्रदेश महिला उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह, पूर्व निगम पार्षद इश्रत जहां, रेखा रानी, मेरी मीता कार्यक्रम की स्टेट कॉआर्डिनेटर सविता मुन्ना, प्रियदर्शनी स्टेट कॉआर्डिनेटर प्रिया जंयत सहित दोनो जिलों की पदाधिकारी व सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थी।कांग्रेस ने गोवा में शक्ति परीक्षण की मांग कीशर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि महिला कांग्रेस का दृष्टिकोण और मिशन यह सुनिश्चित करना है कि महिलाऐं हमेशा हमारे देश के राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में समान भूमिका निभाएं। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस एक राजनीतिक संगठन के रुप में प्रत्येक वर्ग की महिलाओं खास कर कमजोर वर्ग की घेरलू कामकाजी महिलाओं से संबधित सामाजिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत सशक्तिकरण के ध्येय को प्राप्त करने का प्रयास करेगी ताकि महिलाओं को सुरक्षा,सम्मान और समानता मिल सके।दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में कलाकारों का बेहतरीन कला का प्रदर्शनशर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि ‘‘मेरी मीता’’ घरेलू कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा, विकास और समानता के लिए एक अनोखा कार्यक्रम है जिसके तहत महिला कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यतः बाबरपुर और करावल नगर जिलों में घर-घर जाकर घरों में काम करने वाली कामकाजी महिलाओं की जानकारी जैसे उनका नाम, उम्र, पता, फोन नम्बर, कार्य करने का समय फुल टाईम/पार्ट टाईम, क्या काम करती है, किस राज्य से हैं, दिल्ली में कितने वर्ष से रह रही हैं और क्या दिल्ली की वोटर है या नही। इसके साथ-साथ जिन घरों में यह काम करती है उनके मालिकों का भी ब्यौरा महिला कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित करेंगी। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि घरेलू कामकाजी महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों पर अंकुश लगाया जा सके और महिला कांग्रेस उन्हें उनके अधिकार दिला सके। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि मेरी मीता हमारी घर में सहायिका ही नही बल्कि हमारे घर और परिवार की जिम्मेदारियों को हल्का करती है। उन्होंने कहा कि मेरी मीता को पारिश्रमिक के बदले पैसे देने की प्रवृति के साथ हमें उनके काम की सराहना और सम्मान भी करना चाहिए।
बाबरपुर और करावल नगर में मीता कार्यक्रम
Uday Sarvodaya | 10 Dec 2018 6:18 AM GMT
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Updated : 10 Dec 2018 6:18 AM GMT
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