सुधीर कुमार
पिछले दिनों केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर 156 उन दावों को प्रतिबंधित कर दिया जो फिक्स डोज कांबिनेशन (एफडीसी) की दवा थी. इन दवाओं के निर्माण, स्टोरेज और बिक्री को तुरंत रोकने का आदेश दिया गया है. इनमें कुछ एंटी एलर्जिक दवा, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक, बुखार की दवा, उच्च रक्तचाप की दवा, मल्टीविटामिन की दवाएं सहित अनेकों दवाएं शामिल है. यह फैसला केंद्र सरकार में ड्रग टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड के द्वारा गठित एक विशेषज्ञ समिति के सिफारिश के बाद लिया गया है. बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इन एफडीसी दवाओं में मौजूद इनग्रेडिएंट्स का कोई मेडिकल सच नहीं है. एक ही गोली में एक से ज्यादा दवाओं को मिलाकर बनाई गई दवाएं फिक्स डोज कांबिनेशन ड्रग्स कहलाती है. इन्हें कॉकटेल ड्रग्स के नाम से भी जाना जाता है.
केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक प्रोटीएज, एमाइलेज, ग्लूकोएमाइलेज, पेक्टिनेज, अल्फा गैलेक्टोसिडेज, लैक्टेज, बीटा-ग्लूकोनेज, सेल्यूलेस, लाइपेज, ब्रोमेलैन, जाइलेनस, हेमिकेल्यूलेस, माल्ट डायस्टेज, इनवर्टेज और पापेन के इस्तेमाल से इंसानों को खतरा होने की आशंका जताई गई है.
प्रतिबंधित की गई दवाओं की लिस्ट में हेयर ट्रीटमेंट, स्किन केयर, एंटी एलर्जिक, कामोत्तेजक दवाएं, खुजली की दवाएं आदि शामिल है. सरकार का कहना है कि इन दवाओं के बदले दूसरी दवाएं मार्केट में उपलब्ध है. वह दवाएं पूर्णत: सुरक्षित और स्वास्थकर है. उन पर कोई रोक भी नहीं है. ऐसे दावाओं का उपयोग किया जा सकता है.
फार्मासिस्ट फेडरेशन की सलाह है कि किसी भी दवा की डोज का निर्धारण मरीज के वजन पर निर्भर करता है. अलग-अलग दवाओं को अगर एक साथ फिक्स डोज कांबिनेशन में रखा जाए तो दो या दो से अधिक दवाओं के खुराक का निर्धारण एक साथ करना संभव नहीं है. इसीलिए फिक्स डोज कांबिनेशन की दवा को चलाना उचित सलाह नहीं कहा जा सकता है. जब तक बहुत जरूरी ना हो तो किसी भी बीमारी के लिए एफडीसी दवा लेने से बचना चाहिए. अथवा कह सकते हैं कि बेहतर होगा कि एक ही दवा लें. जरूरत पड़े तो दूसरी दवा ले सकते हैं लेकिन एक ही दवा में कई मॉलिक्यूल को मिलाकर तैयार की गई दवा ना लें. ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. इससे जो एक बड़ी समस्या सामने आ रही है वह है कि कई लोगों को कुछ दवाओं से एलर्जी होती है, जिन मरीजों को एफडीसी दिया गया और एफडीसी की दवा के किसी एक मॉलिक्यूल से मरीज को एलर्जी है तो पता ही नहीं चल पाएगा कि उसके इलाज का सही उपाय क्या हो सकता है? सही दवा क्या हो सकती है? यह एक बड़ा सवाल है. शायद इसी सवाल का जबाव के लिए केंद्र सरकार ने एफडीसी की दवाओं को प्रतिबंधित किया है.
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एफडीसी दवा क्या है?
फिक्स डोज कांबिनेशन अर्थात एफडीसी दवा का मतलब है एक ही दवा में एक से अधिक मॉलिक्यूल का साथ होना. जैसे पेरासिटामोल 125 एमजी के साथ एसेक्लोफेनाक 50 एमजी का उपयोग किया जाता है. ऐसे और भी कही है जिनमें से 156 दावों को प्रतिबंधित किया गया है.
मर्ज जिसकी दवा है प्रतिबंधित
दर्द और बुखार
ओस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटाइड अर्थराइटिस और पीरियड के दौरान होने वाले दर्द में इस्तेमाल की जाने वाली एफडीसी दवा प्रतिबंधित की गई है. इसमें पेरासिटामोल और मेफेनिक एसिड कांबिनेशन वाली दवा को सरकार ने बंद किया है. इन दोनों के कांबिनेशन में कई दवा मार्केट में उपलब्ध है लेकिन अब उसे प्रतिबंधित कर दिया गया है.
डायबिटीज की दवा
कोई व्यक्ति अगर डायबिटीज के साथ फैटी लीवर डिजीज से ग्रसित है तो उसे मेटामॉर्फिन और उर्सोडॉक्सिफोलिक एसिड कांबिनेशन की दवा दी जाती है. लेकिन अब यह दवा साथ में नहीं दी जा सकती. यह प्रतिबंधित हो चुका है.
आंखों की दवा
आंखों की कई बीमारियों में विभिन्न प्रकार के कांबिनेशन की दवा दी जाती है. नेफाजोलिन और क्लोरफेनीरामाइनमेलट कॉम्बिनेशन अथवा फिनाइलफ्राइन, हाइड्रोक्सीप्रोपाइलमिथाइल, सेलुलोज, बोरिक एसिड, मेंथॉल और कपूर कॉम्बिनेशन की दवा व्यवहार में लिया जाता है. लेकिन अब यह प्रतिबंधित है.
दिमाग तेज करने की दवा
कई कंपनियां दिमाग तेज करने वाली दवाएं बनती है. इनमें जिंको बिलोबा, पिरासेटम और विनपोसेटिन केक कांबिनेशन को अब प्रतिबंधित कर दिया गया है.
फीमेल इनफर्टिलिटी
क्लोमिफेन और एसिटाइलसिस्टीन कांबिनेशन की दवा इनफर्टिलिटी के लिए कई नाम से बाजार में उपलब्ध है इसका इस्तेमाल महिलाओं की इनफर्टिलिटी के इलाज के लिए किया जाता है.
खुजली की दवा
फ्लुओसिनोलोन एसीटोनाइड, जेंटामाइसिन, माइक्रोनाजोल के कॉम्बिनेशन की दवा खुजली के लिए उपयोग किया जाता है. वहीं क्लोट्रिमेजोल, माइकोनाजोल, टिनिडाजोल के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल वेजाइनल इंफेक्शन में किया जाता है. यह दवा भी अब प्रतिबंधित है.
बाल झड़ना रोकने की दवा
बाजार में बाल झड़ने से रोकने की कई दवाएं उपलब्ध है. लेकिन इनमें से कई कॉम्बिनेशन को प्रतिबंधित कर दिया गया है. यदि बाल झड़ने की दवा में मिनोक्सिडिल, अमिनेक्सिल का कॉम्बिनेशन अथवा मिनोक्सिडिल, एजेलिक एसिड, ट्रेटीनोइन का कॉम्बिनेशन है तो इसे सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है.
कामोत्तेजक दवा
यदि सिल्डेनाफिल साइट्रेट, पापावेरिन, एल-आर्जिनिन कॉम्बिनेशन एक साथ दिखें तो इसका उपयोग प्रतिबंधित है. दरअसल, इस कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल इरेक्टाइल डिसफंक्शन अथवा कामोत्तेजना के लिए किया जाता है.
घाव में लगाने वाला साबुन
ऐसा साबुन जिसमें एलोवेरा और विटामिन ई एक साथ मिला होता है उसके उपयोग से बचना चाहिए. घाव को ठीक करने में मेट्रोनिडाजोल, पोविडोन आयोडीन, एलोवेरा की कॉम्बिनेशन वाली दवा से घाव को तेजी से ठीक किया जाता है. लेकिन अब यह दवा प्रतिबंधित है.
कील – मुंहासे
एजिथ्रोमाइसिन और एडापेलीन कॉम्बिनेशन की कई दवा बाजार में उपलब्ध है. अक्सर कील-मुंहासे के मरीज केमिस्ट की दुकान पर इस कॉम्बिनेशन की क्रीम खरीद लेते हैं और चेहरे पर लगाते हैं. कभी-कभी इसका उपयोग नुकसानदायक साबित हो सकता है. लेकिन अब यह दवा प्रतिबंधित है. कील – मुंहासे की एक और कॉम्बिनेशन यानी क्लिंडामाइसिन, जिंक एसीटेट को बहुत इस्तेमाल किया जाता है. इसे भी प्रतिबंधित कर दिया गया है.
आफ्टरशेव लोशन
बाजार में विभिन्न प्रकार के आफ्टरशेव बेचे जाते हैं. इनमें अगर मेंथोल और एलोवेरा का इस्तेमाल एक साथ किया जाता है तो यह नुकसानदेह साबित हो सकता है. सरकार ने इन आफ्टरशेव को प्रतिबंधित कर दिया है.