एजेंसी
बीजापुर : मुठभेड़ के बाद अगवा किए गए जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सली दो दिनों में रिहा कर सकते हैं। बीजापुर के एक पत्रकार को फोन कर नक्सलियों ने इस बात की जानकारी दी है। शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद लापता कोबरा कमांडर राकेश्वर सिंह की पहली तस्वीर सामने आई है , जिसमें वे नक्सलियों के कैंप में बैठे हुए नजर आ रहे हैं। नक्सलियों ने बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्र को खुद ही यह तस्वीर भेजी है। नक्सलियों ने पत्रकार को फोन कर कमांडो के सुरक्षित होने के साथ उनकी रिहाई के लिए शर्त के बारे में भी बताया है। प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने पर्चा जारी कर केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने की इच्छा जताई थी। संगठन ने अगवा जवान को रिहा करने के लिए केंद्र मध्यस्थों को नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा था।
शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद लापता कोबरा कमांडर राकेश्वर सिंह की पहली तस्वीर सामने आई है। नक्सलियों ने बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्र को खुद ही यह तस्वीर भेजी है। नक्सलियों ने पत्रकार को फोन कर कमांडो के सुरक्षित होने के साथ उनकी रिहाई के लिए शर्त के बारे में भी बताया है।
लापता कमांडो के परिजन भी सरकार से उनकी रिहाई के लिए हरसंभव कोशिश करने की अपील कर चुके हैं। जम्मू के रहने वाले राजेश्वर सिंह की पत्नी ने अपील की थी कि सरकार नक्सलियों की मांगें पूरी कर उनके पति की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करे।
हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां नक्सलियों के दावे पर भरोसा नहीं कर रही थीं। वे इनके दावे की सच्चाई की पड़ताल कर रही थीं। एक दिन पहले ही आईजी ने कमांडो को ढूंढने के लिए सर्च अभियान चलाने की बात भी कही थी।