नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने बाबा रामदेव की याचिका पर सुनवाई करते हुए उन पर लिखी गई किताब 'गॉडमैन टू टाइकून' के प्रकाशन और बिक्री पर रोक लगा दी है। खबर अनुसार हाईकोर्ट ने कहा कि जब तक किताब के उन अंशों को जिसमें रामदेव के बारे में कुछ अपमानजनक बातें लिखी गई हैं, हटा नहीं ली जाती, तब तक किताब के प्रकाशन और बिक्री पर रोक लगी रहेगी।जस्टिस अनु मल्होत्रा ने कहा कि बोलने, लिखने की आजादी का अर्थ ये नहीं कि आप किसी के बारे में कुछ भी लिख दें। बोलने और लिखने की आजादी का अधिकार आपको किसी योग गुरु के खिलाफ किसी भी तरह की कोई अपमानजनक बात लिखने की इजाजत नहीं देता।
Updated : 1 Oct 2018 5:58 AM GMT
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