कुम्भ से ¦ साहिल सिंहप्रयागराज : विदेशी षड़यंत्र के साथ ही भारत में सनातन विरोधी तत्वों ने वैदिक सनातन धर्म व परम्परा को मिटाने का प्रयास किया. इसके बावजूद सम्पूर्ण विश्व में इसका तेजी से प्रसार-प्रसार हो रहा है. प्रयागराज कुंभ, नासिक, उज्जैन तथा हरिद्वार में लाखों की संख्या में सनातन धर्म दर्शन से जुड़कर विदेशों में उसका प्रचार-प्रसार होना ही वैदिक सनातन धर्म व संस्कृति की जीत है. यह बात ब्रह्मर्षि गौरीशंकर जी महाराज ने कुम्भ दर्शन मेले में कही.इसी क्रम में हिन्दू राष्ट्र नेपाल में नेपाली साहित्य तथा संस्कृति प्रतिष्ठान की स्थापना की गई, जिसके माध्यम से धर्म जागरण अभियान आयोजित करते हुए सहस्त्र कुम्भ दर्शन मेला का आयोजन किया गया. प्रतिष्ठान के माध्यम से लाखों धर्मावलंबियों ने वैदिक सनातन धर्म व परंपरा के संरक्षण व संवर्धन हेतु प्रतिज्ञा ली. नेपाली साहित्य तथा संस्कृति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष परमराज जोशी जी की अगुवाई में सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रम के साथ ही साहित्यिक सम्मेलन में काव्य वाचन प्रस्तुत किया गया.उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से हठयोगी जी महराज, पूज्य शिवजी महाराज, सदानन्द पशुपति जी महराज, परितोषानंद पशुपति जी महराज, प्रथम भागवत प्रवक्ता किन्नर मां हेमोमी जी, योगऋषि आशुतोष जी महाराज, भारत साधु समाज व आश्रम के प्रमुख महंत स्वामी ऋषीशवरानंद जी महाराज उपस्थित रहे.
Home > कुम्भ विशेष > षड़यंत्र के पश्चात भी वैदिक सनातन धर्म है विश्वव्यापी : ब्रह्मर्षि गौरीशंकर जी महाराज
षड़यंत्र के पश्चात भी वैदिक सनातन धर्म है विश्वव्यापी : ब्रह्मर्षि गौरीशंकर जी महाराज
Uday Sarvodaya | 4 Feb 2019 3:14 PM GMT
X
X
Updated : 4 Feb 2019 3:14 PM GMT
Next Story
© 2017 - 2018 Copyright Uday Sarvodaya. All Rights reserved.
Designed by Hocalwire