नई दिल्ली -विधानसभा के परिणाम के बाद विपक्ष में जबरदस्त उत्साह आ गया है। उसकी बानगी आज लोकसभा और राज्यसभा दोनों जगह देखने को मिली। राफेल डील की जांच और कई मुद्दों पर चर्चा कराने की विपक्ष की मांग को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ। आखिर में सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद जैसे ही शुरू हुई कांग्रेस, टीडीपी और शिवसेना के सदस्य हंगामा और नारेबाजी करते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आसन के पास पहुंच गए।अब पता लग गया कि असली फेंकू कौन? : शत्रुघ्न सिन्हालोकसभा में स्पीकर ने शिवसेना सदस्यों को शून्य काल के दौरान मुद्दे को उठाने की अनुमति दी। शिवसेना के आनंद राव अडसुल ने मांग की कि सरकार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अगले आम चुनाव से पहले अध्यादेश लाना चाहिए। अडसुल ने शून्यकाल के दौरान सदन में राम मंदिर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार को साढ़े चार साल बीत गए और अब तक मंदिर को लेकर कोई पहल नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पहले की बीजेपी सरकारें कई सहयोगी दलों पर निर्भर थीं, लेकिन इस सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और उसे राम मंदिर पर विलंब नहीं करना चाहिए। जैसे ही अडसुल ने अपनी बात पूरी की। महाजन ने सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।सदन ने 13 दिसंबर, 2001 के संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। दिवंगत पूर्व सदस्य एम एच अम्बरीश को भी श्रद्धांजलि दी गई। सुमित्रा महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया तभी कांग्रेस, शिवसेना, टीडीपी और अन्नाद्रमुक के सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए। कांग्रेस सदस्य हाथों में तख्तियां लिए हुए राफेल मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग कर रहे थे और वी डिमांड जेपीसी के नारे लगा रहे थे।दूसरी तरफ, शिवसेना के सदस्यों ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग करते हुए नारेबाजी की। पार्टी सदस्यों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार नारा लिखा हुआ था। अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी डेल्टा के किसानों के लिए न्याय की मांग करते हुए नारेबाजी की।राहुल गांधी तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री का आज करेंगे ऐलानटीडीपी के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए सदन में नारेबाजी की। लोकसभा अध्यक्ष ने शोर-शराबा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने को कहा, लेकिन सदस्यों का हंगामा जारी रहा। टीडीपी के एक सांसद वेंकटेश्वर राव ने सदस्यों को शपथ दिलाने में उपयोग किए जाने वाली माइक में पोस्टर लगाकर उसे हाथों से उठा लिया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को उन्हें समझाते देखा गया। गौरतलब है कि विधानसभा का परिणाम 11 दिसंबर को आया है उसके बाद से विपक्ष में उत्साह आ गया है। यह तय है कि यह सत्र भी हंगामे का भेंट चढ़ जाएगा।
हंगामे के भेंट चढ़ा, सदन की आज की कार्यवाही
Uday Sarvodaya | 13 Dec 2018 10:14 AM GMT
X
X
Updated : 13 Dec 2018 10:14 AM GMT
Next Story
© 2017 - 2018 Copyright Uday Sarvodaya. All Rights reserved.
Designed by Hocalwire