कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही शिवसेना के नक्शे कदम पर चलने लगे हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश में बेरोजगारी के लिए यूपी-बिहार के लोगों को जिम्मेदार ठहरा दिया है। उनके इस बयान पर स्वयं उन्हीं की पार्टी के विधायकों ने उन्हें आड़े हाथों ले लिया है। वहीं विपक्षी भी उन्हें सुनाने से नहीं चूक रहे हैं। गौरतलब है कि कमलनाथ ने कहा, ‘बिहार और यूपी जैसे राज्यों से लोग मध्य प्रदेश आते हैं। इस कारण स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिल पाती है।’जब तक कर्ज माफ नहीं हो जाता, पीएम को सोने नहीं देंगे : राहुलमुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान पर कांग्रेस के विधायक भड़क उठे। कांग्रेस विधायक रामदेव राय ने कमलनाथ के बयान का विरोध करते हुए कहा कि बिहारी मेहनती होते हैं और अपने दम पर पहचान बनाते हैं। उनका बयान सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएम पद की शपथ लेने के तुरंत बाद इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं थी। हालांकि, कमलनाथ के बयान से महागठबंधन की एकजुटता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने ऐसे बयानों से बचने की नसीहत दी। कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह यह देश क्षेत्रवाद और अलगाववाद के लिए नहीं है। भारत संवाद के लिए जाना जाता है। बिहार के लोग कहीं भी इसलिए जाते हैं कि वे कुशल हैं। बिहारी मेहनती होते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवाद को उभारना बिल्कुल गलत है। मुख्यमंत्री के बाद तुरंत ऐसा बयान देना फायदेमंद नहीं है। बता दें कि रामदेव राय बिहार के बछवाड़ा से विधायक हैं।सरकार द्वारा की गई घोषणाओं का लाभ किसानों तक पहुंचे-योगेंद्र यादवकमलनाथ के बयान पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेता अशोक चौधरी ने भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ का बयान क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने वाला है। अगर सभी ऐसा सोचेंगे, तो भारत की स्थिति रूस से भी खराब हो जाएगी। नए सीएम बनने के बाद कमलनाथ स्थानीय लोगों की सहानुभूति लेने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।
कमलनाथ ने ऐसा क्यों कहा
Uday Sarvodaya | 19 Dec 2018 2:54 AM GMT
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Updated : 19 Dec 2018 2:54 AM GMT
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