न्यूज़ डेस्क – अब ये तो सभी के साथ ही होता है कि सामने कोई बच्चा आ जाए तो प्यार आ जाता है या फिर कोई कुत्ते का बच्चा आ जाए तो आपको अचानक प्यार आ जाता है। उसके बाद आप उनको गले लगाकर या फिर किसेज देकर प्यार करने लगते हैं। ये प्रक्रिया असामान्य नहीं है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप पागल हो गये हैं। इस प्रक्रिया को क्यूट अग्रेषन कहा जाता है। अब आपको क्यूट अग्रेशन के बारे में बताते हैं कि आखिर क्यूट अग्रेशन क्या है ? यदि आपने प्यार में कभी किसी पार्टनर या फिर दोस्त को प्यार में हलके से काटा है तो आप भी इसका शिकार हैं। क्यूट अग्रेशन को प्यारी आक्रामकता यानी हमारे सामाजिक काटने का एक हिस्सा माना जा सकता है। ये सब हमने अपने पूर्वजों से ही सीखा होता है। येल यूनिवर्सिटी में हुई एक रिसर्च के मुताबिक, काटना या दबोचने की इच्छा जो हम महसूस करते हैं, वह वास्तव में एक न्यूरोकेमिकल प्रतिक्रिया है।शोधकर्ताओं के अनुसार, यह सिर्फ हमारे दिमाग़ की प्रतिक्रिया है, जो हमें ज़्यादा परेशान और विचलित होने से रोकता है। क्यूट अग्रेशन सकारात्मक भावनाओं को विनियमित करने में मदद करता है जो एक प्यारे पपी या बच्चे को देखने के बाद हम अनुभव करते हैं। आसान शब्दों में कहा जाए तो, इंसान या जानवर के बच्चे को देख होने वाले क्यूट अग्रेशन से आप सचेत हो जाते हैं और उनका प्यारा चेहरा वास्तव में हमें ट्रान्स से बाहर निकलने में मदद करती हैं और बच्चे का ख्याल रखना याद दिलाती हैं। येल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता इसे मंद अभिव्यक्ति को नियंत्रित में लाने के लिए एक उपकरण माना है। जब अगली बार आपका अपने पार्टनर के गाल या हाथ को चूंटी या फिर काटने का दिल करे तो समझ जाएं कि आप कोई साइकोपैथ नहीं बल्कि क्यूट अग्रेशन के शिकार हैं। ऐसा करके आप सिर्फ अपना प्यार दिखा रहे हैं।
जानिये बच्चे या फिर पपी के ऊपर प्यार आने का कारण
Uday Sarvodaya | 31 Oct 2019 4:08 AM GMT
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Updated : 31 Oct 2019 4:08 AM GMT
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