नई दिल्ली (एजेंसी) : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और सीपीआई (एम) सीटों के बंटवारे पर नाकाम रहे हैं. वाम मोर्चे के अध्यक्ष बिमान बसु ने शुक्रवार को रायगंज और मुर्शिदाबाद लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बैठक हुई, लेकिन सीटों के बंटवारे पर वे सफल नहीं हो पाए.दोनों सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा ने कांग्रेस और सीपीआई (एम) के बीच सीट बंटवारे की चर्चा पर विराम लगा दिया है. अब आगामी आम चुनाव में राज्य में चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है. 2004 से 2014 तक, कांग्रेस के अब्दुल मन्नान हुसैन ने मुर्शिदाबाद सीट का प्रतिनिधित्व किया था. जबकि इससे पहले प्रिया रंजन दासमुंशी और बाद में उनकी पत्नी दीपा दासमुंशी ने 1999 से 2014 तक रायगंज सीट का प्रतिनिधित्व किया था.इस समय दोनों सीटों पर सीपीआई (एम) प्रतिनिधित्व कर रही है. पिछले चुनाव में पार्टी ने केवल दो सीटें जीती थी. दोनों पार्टी में बातचीत के दौर से ही वामपंथी, कांग्रेस के लिए ये सीटें नहीं छोड़ने पर अड़े हुए थे. इसपर कांग्रेस ने तर्क दिया था कि ये दोनों सीटें कांग्रेस का गढ़ है और पार्टी 2014 के चुनावों में इन सीटों पर मामूली अंतर से हार गई थी.माकपा नीत वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने शुक्रवार को घोषणा किया कि मौजूदा सांसद मोहम्मद सलीम और बदरूद्दोजा खान क्रमश: रायगंज और मुर्शिदाबाद से चुनाव लड़ेंगे. इसके साथ ही बिमान बोस ने कहा, 'हम उन चार सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगे जहां कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहती है. लेकिन, अगर कांग्रेस रायगंज और मुर्शिदाबाद में अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी, तो भी हम पीछे नहीं हटेंगे.'पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेंद्र नाथ मित्रा ने कहा कि अगर माकपा का यह फैसला सही है, तो उनके साथ सीटों का बंटवारा खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'हम रायगंज और मुर्शिदाबाद में भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे.' इस मामले पर राहुल गांधी सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी से बात कर सकते हैं. माकपा के पश्चिम बंगाल के सचिव सूरज कांत मिश्रा ने कहा कि पार्टी का कभी कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं था. उन्होंने कहा, 'हमने कांग्रेस के साथ कभी गठबंधन नहीं किया. टकराव से बचने के लिए यह केवल सीट साझा करने की व्यवस्था है और कुछ नहीं.'उन्होंने कहा, 'इस पर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. पिछले चुनाव में हमनें छह सीटों में से दो सीटों पर जीत दर्ज की. जबकि कांग्रेस ने 4 सीटों पर. इसलिए, इस बार हम उन सीटों (रायगंज और मुर्शिदाबाद) में चुनाव लड़ना चाहते हैं, जहां मौजूदा सांसद सीपीआई (एम) से हैं. हमारे राज्य और केंद्रीय समिति के सदस्यों द्वारा ऐसा स्पष्ट किया गया है.
वाममोर्चा ने 2 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
Uday Sarvodaya | 9 March 2019 7:13 AM GMT
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Updated : 9 March 2019 7:13 AM GMT
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