नई दिल्ली, 8 मई 2025: सरकारी स्वामित्व वाली आरईसी लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने प्रभावशाली वित्तीय प्रदर्शन की घोषणा की है। कंपनी ने 31 मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए ₹15,713 करोड़ का रिकॉर्ड शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 12% अधिक है। निदेशक मंडल ने इस प्रदर्शन के मद्देनज़र ₹2.60 प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कुल लाभांश ₹18 प्रति शेयर रहा, जो पिछले वर्ष के ₹16 प्रति शेयर के मुकाबले बढ़ोतरी को दर्शाता है।
चौथी तिमाही के मजबूत आंकड़े
Q4 FY25 में आरईसी ने ₹45,538 करोड़ का संवितरण किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही से 16% अधिक है। इसी अवधि में शुद्ध ब्याज आय 38% की छलांग के साथ ₹5,876 करोड़ रही, जबकि शुद्ध लाभ ₹4,236 करोड़ रहा, जो 5% की वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है। कुल आय ₹15,174 करोड़ रही, जो 24% की वृद्धि है।
वर्षभर का लेखा-जोखा
साल भर के प्रदर्शन की बात करें तो, कंपनी ने ₹1.91 लाख करोड़ का कुल संवितरण किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 18% अधिक है। शुद्ध ब्याज आय ₹19,878 करोड़ रही (27% वृद्धि), और कुल आय ₹55,980 करोड़ तक पहुँच गई, जिसमें 19% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।
आरईसी की शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) भी बेहतर हुई है, जो FY25 में 3.63% रही, FY24 में यह 3.57% थी।
ऋण पुस्तिका और परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार
31 मार्च 2025 तक कंपनी की ऋण पुस्तिका (AUM) ₹5.66 लाख करोड़ तक पहुँच गई, जो FY24 में ₹5.09 लाख करोड़ थी। वित्त वर्ष के दौरान ₹6,171 करोड़ मूल्य की पाँच क्षतिग्रस्त ऋण परिसंपत्तियों के समाधान के बाद, सकल एनपीए घटकर 0.38% रह गया, जो पिछले वर्ष 0.86% था।
नेटवर्थ और पूंजी पर्याप्तता
शुद्ध लाभ में वृद्धि के चलते कंपनी की नेटवर्थ 13% बढ़कर ₹77,638 करोड़ हो गई। पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) 25.99% के सुरक्षित स्तर पर बना हुआ है, जो भविष्य में वृद्धि के लिए मजबूत आधार प्रदान करता है।
आगे की दिशा
कंपनी ने कहा कि ऋण परिसंपत्तियों पर ब्याज दरों के पुनर्निर्धारण और वित्त लागत के प्रभावी प्रबंधन के चलते वह अपने लाभ मार्जिन को बनाए रखने में सफल रही है। निदेशक मंडल द्वारा प्रस्तावित लाभांश को आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी के बाद लागू किया जाएगा।