महाराष्ट्र (वर्धा): महात्मा गांधी अंतरराष्ट्री य हिंदी विश्वतविद्यालय में 75वें गणतंत्र दिवस पर ध्व जारोहण के बाद संबोधित करते हुए विश्व्विद्यालय के कुलपति डॉ. भीमराय मेत्री ने कहा कि सन 2047 तक भारत एक विकसित देश के रूप में आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्यल हो हासिल करने की दिशा में देश भर में अनेक गतिविधियां आयोजित हो रही हैं।
जी -20 के नेतृत्व के माध्यिम से भारत ने पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देते हुए एक सक्षम नेतृत्वं दिखा दिया है। उन्हों ने कहा कि भारत में विकास के क्रम में एक लाख से भी अधिक स्टा र्टअप शुरू हुए है। डिजिटल इंडिया की तरफ भारत के कदम बढ़ रहे हैं और ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र के अलावा अन्ये क्षेत्र में भी भारत डिजिटल हो रहा है।
स्थाभयी विकास का लक्ष्य सन 2027 तकग प्राप्ती करने की ओर देश सराहनीय प्रगति कर रहा है। उन्होंअने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने जैसे नेताओं के नेतृत्वन में हमने 26 जनवरी 1950 में संविधान को अपनाया है। अब भारत नए भारत के रूप में उभर रहा है। एक उच्चत शिक्षा के नाते हमारे विश्वरविद्यालय की जिम्मेशदारी और दायित्वन बढ़ गया है। हमने पिछले वर्षों में अकादमिक स्त्र पर अनेक उपलब्धियां हासिल की है। युवाओं के विकास के लिए बहुविषयक अध्यपयन प्रणाली को अपनाकर आगे बढ़ रहे हैं।
राष्ट्री य शिक्षा नीति-2020 को लागू करते हुए इसके परिप्रेक्ष्यह में अनेक गतिविधियां आरंभ की है। विश्िैव वद्यालय में मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ हुआ है जिसके अंतर्गत देश भर के विश्व विद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्तद कर रहे हैं। उन्हों ने विश्व विद्यालय के शिक्षक, अधिकारी,कर्मचारी, शोधार्थी और विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। ध्वहजारोहण के दौरान सुरक्षा कर्मियों और राष्ट्रीकय केडेट कोर (एनसीसी) के छात्रों द्वारा परेड की गयी।
ध्ववजारोहण से पहले कुलपति डॉ. भीमराय मेत्री ने गांधी हिल्से पर महात्माो गांधी की प्रतिमा पर तथा समता भवन स्थित डॉ. बाबासाहेब भीमराव रामजी आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्या्र्पण किया। ध्वोजारोहण समारोह के दौरान मंच पर कुलसचिव डॉ. धरवेश कठेरिया, साहित्य विद्यापीठ के अधिष्ठायता प्रो. अखिलेश कुमार दुबे, छात्र कल्याीण अशिष्ठासता प्रो. अवधेश कुमार, अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ के अधिष्ठारता प्रो. कृष्णा कुमार सिंह, मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ के अधिष्ठाशता प्रो. फरहद मलिक, शिक्षा एवं प्रबंधन विद्यापीठ के अधिष्ठा्ता प्रो. गोपाल कृष्णि ठाकुर, विधि विद्यापीठ के अधिष्ठा ता प्रो. जनार्दन तिवारी, पुस्तधकालयाध्यपक्ष मैत्रेयी घोष, वित्तांधिकारी पी. सरदार सिंह और परीक्षा नियंत्रक कादर नवाज़ ख़ान उपस्थित थे। इस अवसर पर विभागाध्य क्ष, अध्या पक, अधिकारी, कर्मचारी तथा विद्यार्थी बड़ी संख्यार में उपस्थित थे।