सुनीता श्रीवास्तव
मां शारदे, वर दे मुझे,
मैं नित करू गुणगान तेरा ।
बागेश्वरी इस मूढ़ मतिे को
भी मिले वरदान तेरा।।
माघ शुक्ला पंचमी,
बेला बसंती आ गयी है।
तव स्नेह की ऊष्मा लिए
मधु ऋतु प्रकृति पर छा गयी है।
यह पंचमी त्यौहार अनुपम,
चतुर्दिक जयगान तेरा।। मां शारदे ..
मिलकर रहें, जुलकर रहें
सब स्नेह में घुलकर रहें,
उन्मुक्त हों सबके हृदय,
निर्भय सभी खुलकर रहें।
पारस्परिक सम्मान दें हम
अंश सबको मान तेरा।। मां शारदे..
भजन पूजन यजन कर लें,
मन तुम्हारे चरण धर लें,
शक्ति मां! हे भक्ति मां!
तुमको नमन सब स्वजन कर लें।
शांति सुख सद्भाव सब कुछ
मातु है अवदान तेरा।। मां शारदे ..