प्रत्येक वर्ष की भांति आरईसी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने आज 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त अवधि के लिए सीमित समीक्षा वाले स्टैंडअलोन और समेकित वित्तीय परिणामों को मंजूरी दे दी। इस प्रस्तुति में संस्था द्वारा सभी क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन एवं वित्तीय उपलब्धियों को पिछले संदर्भित कालखंड की उपलब्धियों के साथ तुलनात्मक अध्ययन के समायोजन में वस्तुनिष्ठ व समेकित आंकड़ें निर्गत किये गए।
इस अवसर पर मंडल सदस्य ने आरईसी के ₹4.30 प्रति शेयर का तीसरा अंतरिम लाभांश भी घोषित किया जिसमें यह बताया गया कि इस वित्तीय वर्ष के तीसरे क्वाटर में कुल शुद्ध लाभ 23% बढ़कर ₹4,029 करोड़ हो गया है जबकि यह पिछले साल के तीसरे क्वाटर में ₹3,269 करोड़ ही था। वित्तीय वर्ष 2025 के तीसरे क्वार्टर में कुल शुद्ध ब्याज से प्राप्त आय ₹4,930 करोड़ रहा जबकि इसके तुलना में वित्तीय वर्ष 2024 के तीसरे क्वार्टर में यह ₹4,153 करोड़ ही था जिसमें लगभग 19% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि इस वर्ष के तीसरे तिमाही में कुल शुद्ध ऋण-क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियां 0.82% से घटकर 0.74% हो गईं है और विश्वास व्यक्त किया गया कि आने वाले समय में इसको और अधिक कम किया जायेगा ताकि संस्था के हितों को मजबूत किया जा सके।
इस अवधि में परिचालन से प्राप्त कुल राजस्व ₹14,157 करोड़ रहा और इसमें 18% की वृध्ही दर्ज की गई है जबकि इसकी तुलना में पिछले कालखंड में यह ₹11,982 करोड़ रुपये ही रहा था। पिछले साल इस अवधी में संवितरण ₹46,358 करोड़ का रहा था जबकि वही इस अवधी में यह बढ़कर ₹54,692 करोड़ हो गया है जिसमें कुल 18% की वृद्धि प्राप्त हुई है। वहीँ, तमाम आंकलाओं के बाद इस कालखंड में कुल आय में 18% की वृध्ही दर्ज हुई है जो ₹14,173 करोड़ रही जबकि इस अवधी में पिछले साल यह ₹12,000 करोड़ ही था। निधियों की औसत लागत में 10 बीपीस की कमी दर्ज की गई है जो 7.28% की जगह अब 7.18% ही रह गई है। जबकि स्प्रेड में 10 बीपीस की वृद्धि दर्ज करते हुए यह अब 2.85% की जगह 2.95% हो गया है। वहीँ, शुद्ध ब्याज मार्जिन में 5 बीपीस की बढ़ोतरी हुई है और यह 3.61% की जगह अब 3.66% हो गया है।
वहीँ, आरईसी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने इस अवसर पर वित्तीय वर्ष 2025 के नौ महीनों का वित्तीय लेखा जोखा पिछले वित्तीय वर्ष 2024 के नौ महीनों के तुलनात्मक उपलब्धियों के आधार पर भी जारी किये। यहाँ बताया गया कि इस अवधी में शुद्ध लाभ में 15% की वृद्धि दर्ज की गई है जो ₹10,003 करोड़ से बढ़कर आज ₹11,477 करोड़ हो गए हैं। वहीँ इस अवधि में शुद्ध ब्याज आय ₹14,191 करोड़ का रहा जो पिछले वित्तीय वर्ष के इस अवधी में ₹11,422 करोड़ ही था जिसमें 24% की वृद्धि हुई है। जबकि इस कालखंड में परिचालन राजस्व में 18% की वृद्धि प्राप्त हुई है और यह कुल ₹40,752 करोड़ हो गया है जबकि यह पिछले वित्तीय वर्ष के तुलनात्मक अवधी में ₹34,533 करोड़ ही था।
जानकर ख़ुशी हो रही है कि इस अवधि में आरईसी का कुल संवितरण राजस्व में 19% की वृद्धि दर्ज करते हुए ₹1,22,089 करोड़ की तुलना में ₹1,45,647 करोड़ हो गया है। इस लेखा जोखा में यह उभरकर सामने आया कि स्प्रेड में 12 बीपीस की बढ़ोतरी के साथ ही यह 2.82% से 2.94% हो गया है और शुद्ध ब्याज मार्जिन में भी 12 बीपीस के वृद्धि हुई है जो 3.52% से बढ़कर 3.64% हो गया है। यह ध्यान देने वाली बात यह है कि निवल संपत्ति पर रिटर्न में भी 21.07% की बृद्धि हुई है। वही, बाजार पूंजीकरण में भी 21% की इजाफा हुआ है और यह तुलनात्मक अवधि में ₹1,08,712 करोड़ से बढ़कर ₹1,31,844 करोड़ हो गया है।
वस्तुतः इन परिणामों को देखते हुए संतोष होता होता है और यह जाहिर होता है कि सभी क्षेत्रों में वृद्धि, ऋण परिसंपत्तियों पर ब्याज दरों को पुनः निर्धारित करने और वित्त लागत के प्रभावी प्रबंधन के कारण, आरईसी अपने स्प्रेड और एनआईएम को बनाए रखने में सक्षम है, जिसके परिणामस्वरूप 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त अवधि के लिए कर के बाद 11,477 करोड़ रुपये का मजबूत लाभ हुआ है।परिणामस्वरूप, 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त अवधि के लिए प्रति शेयर आय (ईपीएस) 31 दिसंबर, 2023 को 50.65रुपये प्रति शेयर के मुकाबले बढ़कर 58.11 रुपये (वार्षिक कृत) प्रति शेयर होगई। ऋण पुस्तिका यानी प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति(एयूएम) ने अपनी वृद्धि की गति को बनाए रखा है और 31 दिसंबर,2023 तक₹4.97 लाख करोड़ की तुलना में निरंतर आधार पर बढ़कर ₹5.65लाख करोड़ हो गई है। मुनाफे में वृद्धि से सहायता प्राप्त, नेटवर्थ 31 दिसंबर, 2024 तक ₹76,502 करोड़ हो गई है,जबकि 31 दिसंबर, 2023 तक यह ₹64,787 करोड़ थी,जो पिछले वर्ष की तुलना में 18% की वृद्धि दर्ज करती है।
भविष्य में विकास को समर्थन देने के लिए पर्याप्त अवसर का संकेत देते हुए, कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 31 दिसंबर, 2024 तक 25.33% आरामदायक स्तर पर है। अपने शेयरधारकों को पुरस्कृत करने की परंपरा को जारी रखते हुए, कंपनी के निदेशक मंडल ने ₹4.30 प्रति इक्विटी शेयर (₹10/- प्रत्येक के अंकित मूल्य पर) का तीसरा अंतरिम लाभांश घोषित किया है। यह विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि आने वाले समय में आरईसी अपने भविष्य को लेकर संतुलित है और अपने साथियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में विश्वास रखता है।