मंजूर अहमद पख्तून
कश्मीर में जब भी आप जाते है तो सामान्यत: गुलमर्ग ,सोनमर्ग ,पहलगाम, श्रीनगर जैसी प्रसिद्द जगह ही घूमते हैं. अगर आप किसी ट्रेवल एजेंसी के द्वारा भी जाते हैं तो भी मुख्यत: आपको ये चार जगह ही दिखाई जाती हैं. ये जगहें अपने आप में काफी खूबसूरत और टूरिस्ट के बीच में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध भी हैं. इनमे से श्रीनगर तो सबको आना ही पड़ता हैं, हाउसबोट का मजा भी केवल यहीं मिलता हैं. फिर पहलगाम, पहलगाम सबसे खूबसूरत जगह मानी जाती हैं कश्मीर में. अमरनाथ यात्रा की शुरू आत भी यहाँ से होती हैं एवं यहाँ घूमने को तीन जगहे आरु वेली, बेताब वेली एवं चंदनवाड़ी भी हैं.
अब अगर आप वहां इन जगहों को घूम लिए तो सोनमर्ग एवं गुलमर्ग जैसी भीड़भाड़ एवं महंगी जगहों की जगह दूधपथरी भी जा सकते हैं जो कि कश्मीर में नए पर्यटन स्थल की तरह विकसित की जा रही हैं. हालाँकि अगर आपको ‘जय जय शिव शंकर, काँटा लगे न कंकर’ वाला प्रसिद्द शिव मंदिर एवं बर्फीली केबल कार राइड (गोंडोला) का आनंद लेना है तो गुलमर्ग जाना ही पड़ेगा, पर अगर आपका बजट कम है और आपको सुकून एवं नयी जगह की तलाश है तो दूधपथरी एक अच्छा विकल्प है.
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लोकल लोगो की पहली पसंद यह जगह – दूधपथरी, श्रीनगर से करीब 45 किमी की दूरी पर बड़गाम जिले में स्थित है. छोटे-छोटे कश्मीरी गाँवों एवं खेतों से गुजरते हुए यह सफर करीब 3 घंटे का समय लेता हैं. दूधपथरी से कुछ किलोमीटर दूर से ही घाटियाँ दिखनी चालू हो जाती हैं. रास्ते में घोड़े, खच्चर, एप्पल एवं अखरोट से लदे पेड़, गिरे एवं कटे हुए बड़े बड़े चीड़-देवदार के पेड़ सड़क के दोनों तरफ नजर आने लगते हैं. आस पास आवासीय क्षेत्र ना होने एवं ऊंचाई होने से ठंडी हवाएं भी महसूस होने लगती हैं. कुछेक कश्मीरी ग्रामीण बकरियों के झुण्ड के साथ दिखाई देने लगते हैं. दूधपथरी का पार्किंग स्थल काफी बड़ा खुला मैदान है. जहाँ गाडी से उतरते ही, कई लोकल कश्मीरी हाथ में फोटो एल्बम लेकर आपको घेर लेते है. इस घाटी में आप लोकल कश्मीरी लोगो को हर जगह पिकनिक मनाते पाएंगे. असल में, पर्यटकों की कम भीड़ की वजह से श्रीनगर के लोग यहाँ परिवार के साथ सुकून के पल गुजारते हैं. आप श्रीनगर के किसी भी लोकल आदमी से भी कोई शांत जगह के बारे में पूछोगे तो आपको जवाब में दूधपथरी नाम ही मिलेगा.
सर्दियों में यहाँ काफी स्नो पॉइंट्स भी घूमे जा सकते हैं.यहाँ का अनुभव लगभग वैसा ही हैं जैसा कि सोनमर्ग या पहलगाम की घाटियों में मिलता हैं. लेकिन हां ,बस यहाँ भीड़ काफी कम होने से सुकून मिलता हैं.घाटी के बीच में 2 -3 झोपड़ियां भी बनी हैं जिसमे लोकल लोगो द्वारा बना कश्मीरी कहवा आप पी सकते हैं. सबसे अच्छी जगह यहाँ जो है वो हैं -दूधगंगा नदी पॉइंट. घाटी से थोड़ा निचे उतर कर घने जंगल के बीच कल -कल करके बहती यह नदी यहाँ की सबसे ज्यादा आनंददायक जगह हैं. इसके आसपास कई लोकल शहरी लोग जमीन पर मेट बिछा कर खाना खाते हुए दिख जाते हैं.
खाने पीने के लिए पार्किंग के आसपास ही काफी लोग तम्बुओं में चाय, कॉफी, कहवा, बिस्किट, मक्के की रोटी बेचते हुए मिल जाएंगे. पार्किंग से घाटी की दूसरी ओर कुछ गेस्ट हाउस भी बने हुए हैं जहाँ आप रात भी रुक सकते है. इस जगह को अब आर्मी द्वारा पर्यटन के लिए भी डेवेलप किया जा रहा हैं. अभी कुछ ही महींने पहले ही यहाँ आर्मी ने एक इवेंट भी किया था ताकि पर्यटकों को इस जगह के बारे में जानकारी मिल सके.
कैसे पहुंचे : श्रीनगर से आसानी से 1500 से 2500 रुपए में टैक्सी मिल जाती हैं.