आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल), विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत महारत्न सीपीएसयू, आरईसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, ने टीबीसीबी रूट के तहत एचवीडीसी ट्रांसमिशन परियोजना के प्रोजेक्ट विशिष्ट एसपीवी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) अर्थात राजस्थान पार्ट I पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड को 20 जनवरी 2025 को गुरुग्राम में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को सौंप दिया है।
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) बिल्ड, ओन, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओओटी) आधार पर ट्रांसमिशन परियोजना के विकास के लिए बोली प्रक्रिया समन्वयक आरईसीपीडीसीएल द्वारा आयोजित टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया के माध्यम से ट्रांसमिशन सेवा प्रदाता (टीएसपी) के रूप में उभरी।
यह पहली एचवीडीसी ट्रांसमिशन परियोजना है, जिसके तहत परियोजना को टीबीसीबी मार्ग के माध्यम से एक निजी क्षेत्र के डेवलपर को दिया गया है। इस योजना में भड़ला (राजस्थान) और फतेहपुर (यूपी) में 6000 मेगावाट के 2 एचवीडीसी टर्मिनल स्टेशनों की स्थापना, भड़ला से फतेहपुर (955 किमी) तक + 800 केवी एचवीडीसी लाइन (हेक्सा लैपविंग) और संबंधित कार्यों को शामिल किया गया है। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग ₹ 22,700 करोड़ है।
आरईसीपीडीसीएल के सीईओ श्री टीएससी बोश ने आरईसीपीडीसीएल, अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड और सेंट्रल ट्रांसमिशन यूटिलिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्री संजय अरविंद जौहरी को एसपीवी सौंपा। इस परियोजना की कार्यान्वयन अवधि 54 महीने है।