अजय कुमार उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ एक बार फिर से सियासी समीकरण काफी तेजी के साथ बदल रहा हैं। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और योगी सरकार की विरोध की हांडी नहीं पक पाने के कारण प्रदेश में एक बार फिर से नए सियासी समीकरण उभरते नजर आ रहे हैं। इस नये समीकरण में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी का अहम रोल हो सकता है। इसी वजह से समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को दिये जाने की मांग का भी समर्थन कर रहे हैं। हो सकता है 2027 के विधानसभा चुनाव के समय तक…
Author: Ajay Kumar
अजय कुमार दिल्ली विधानसभा चुनाव की सियासी जंग इस बार एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, जो अब तक मुफ्त बिजली, पानी और शिक्षा जैसे वादों के साथ दिल्ली के चुनावी मैदान में उतरते रहे थे, इस बार एक नई रणनीति के साथ चुनावी दंगल में हैं। दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने की उनकी कोशिश अब केवल मुफ्त योजनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि इस बार वह दिल्ली की कानून व्यवस्था, सुरक्षा और बढ़ते अपराध को चुनावी मुद्दा बनाने में लगे हुए हैं। उनकी रणनीति साफ है बीजेपी की कमजोर नस…
अजय कुमार सियासत भी अजब-गजब है यहां नेता साथ होकर भी अलग-अलग नजर आते हैं और अलग-अलग होते हुए भी साथ-साथ नजर आना चाहते हैं। विचारों की बात तो बेईमानी हो गई है। राजनीति का इससे अधिक गिरगिटी रंग क्या हो सकता है जो समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता इंडी गठबंबधन के नाम पर साथ-साथ होने का दम भरते हैं,लेकिन चुनाव मैदान में यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक अपनी ढपली,अपना राग छेड़ते नजर आते हैं। यूपी के उप चुनाव में सपा ने कांग्रेस को एक भी सीट नहीं दी,वहीं महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के गठबंधन वाले महाअघाड़ी…
अजय कुमार यूपी में होने वाले विधानसभा के उपचुनाव में एनडीए और इंडी गठबंधन में शामिल राजनैतिक दलों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है। चुनाव में बीजेपी और समाजवादी पार्टी अपर हैंड में नजर आ रही हैं। वहीं देश की सबसे पुरानी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस को समाजवादी पार्टी के सामने तो संजय निषाद की पार्टी को बीजेपी नेताओं के सामने सीटों के लिये चिरौरी करना पड़ रही है। कांग्रेस का तो यह हाल है कि वह यही नहीं समझ पा रही है कि चुनाव लड़े या नहीं। इससे हास्यास्पद क्या हो सकता है कि लोकसभा चुनाव के समय…
अजय कुमार उत्तर प्रदेश की रिक्त दस में से नौ विधानसभा सीटों पर 20 नवबंर को उपचुनाव कराने का फैसला लेकर चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों को लेकर चल रहे सभी कयासों पर विराम लगा दिया है। बीजेपी, समाजवादी पार्टी ने अपनी-अपनी बिसात बिछा दी है। दिग्गजों के हाथ में चुनाव की कमान सौंपने के दोनों ही दल प्रत्याशियों के चयन में भी सतर्कता बरत रहे है। सपा ने राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव सहित कई दिग्गजों को अगस्त में ही छह सीटों का चुनाव प्रभारी बनाकर चुनावी बिगूल फूंक दिया है। इन छह सीटों पर ही अब तक…
अजय कुमार कांग्रेस आलाकमान और गांधी परिवार भले ही यूपी से बाहर समाजवादी पार्टी को अपने तेवर दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा हो,लेकिन उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी चाह कर भी कांग्रेस को अनदेखा नहीं कर पा रही है। इसे समाजवादी पार्टी की सियासी मजबूरी कहें या फिर समय की मांग जिसकी वजह से हरियाणा में खाली हाथ रहने के बावजूद समाजवादी पार्टी यूपी में कांग्रेस के साथ रिश्ता बनाए रखेगी। यूपी में उपचुनाव वाली 10 सीटों में सपा 8 पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।शेष दो सीटें उसने कांग्रेस के लिये छोड़ दी हैं। जबकि कांग्रेस पांच सीटों की…
अजय कुमार उत्तर प्रदेश की रिक्त दस में से नौ विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव कराने का फैसला लेकर चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों को लेकर चल रहे सभी कयासों पर विराम लगा दिया है। बीजेपी, समाजवादी पार्टी ने अपनी-अपनी बिसात बिछा दी है। दिग्गजों के हाथ में चुनाव की कमान सौंपने के दोनों ही दल प्रत्याशियों के चयन में भी सतर्कता बरत रहे है। सपा ने राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव सहित कई दिग्गजों को अगस्त में ही छह सीटों का चुनाव प्रभारी बनाकर चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इन छह सीटों पर ही अब तक…
अजय कुमार यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच उपचुनावों को लेकर चल रही वार्ता में खटास बढ़ती जा रही है। आने वाले उपचुनावों में 10 सीटों पर चुनाव होना है, और दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर असहमति नजर आ रही है। कांग्रेस, जो इस बार 5 सीटें मांग रही है, सपा के साथ एक ठोस गठबंधन बनाने के लिए संघर्ष कर रही है। वहीं, सपा सिर्फ 1 से 2 सीटें देने पर ही सहमत है। कांग्रेस की मांग की गई सीटों में मिर्जापुर की मझवा, प्रयागराज की फूलपुर, गाजियाबाद, खैर और मीरापुर शामिल हैं।…
अजय उत्तर प्रदेश में दो चरण के मतदान में अब एक-डेढ़ पखवाड़े का समय बचा है। 19 और 26 अप्रैल को कुल 16 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। वैसे तो यहां बीजेपी की स्थिति ठीकठाक लग रही है, लेकिन यहां उसके सामने चुनौती भी कम नहीं है। बीजेपी प्रत्याशियों को एक तरफ विपक्ष का सामना करना है तो दूसरी ओर बीजेपी के कुछ नेता भी कहीं चोरी-छिपे तो कहीं खुले रूप में बगावत के तेवर अपनाये हुए हैं। इसी लिये कहा जा रहा है कि प्रथम चरण के लोकसभाचुनाव भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण तो है ही, लेकिन इस चरण…
अजय समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने जिस तरह से यूपी की सभी 80 सीटों पर जीत का दावा किया है, वह हकीकत कम फसाना ज्यादा लगता है। जब तमाम मीडिया सर्वे रिपोर्ट इंडी गठबंधन को मात्र आठ सीटें दे रहे हो तब, सपा प्रमुख को 80 सीटें जीतने का दावा करने की बजाये इस ओर ध्यान देना चाहिए कि कैसे वह जनता के बीच अपना जनाधार बढ़ाये। इसके लिये उन्हें और उनकी पार्टी को जन विश्वास हासिल करना पड़ेगा। सिर्फ जुबानी खर्च से समाजवादी पार्टी का कुछ भला नहीं होने वाला है। इसके लिये अखिलेश को कहीं दूर…