नई दिल्ली। 25 दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में काफी महत्वपूर्ण है, 25 दिसंबर 1861 को महामना मदन मोहन मालवीय का जन्म हुआ था। इलाहाबाद में जन्मे पंडित मदन मोहन मालवीय भारत के पहले और अंतिम व्यक्ति थे जिन्हें महामना की उपाधि से वि•ाूषित किया गया. वहीं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म भी 25 दिसंबर को ही हुआ था। श्री वाजपेयी एक सम्मानजनक व्यक्ति और भारत के महानतम राजनेताओं में से एक थे। वे अपने राजनीतिक दृढ़ संकल्पों और राजनीतिक समझ के साथ-साथ अपने भाषण देने के अंदाज और कविता के कारण भी जाने जाते थे।…
Author: Md Asif Raza
अरुण कुमार त्रिपाठी पिछले दिनों देश के जाने माने पत्रकार अच्युतानंद मिश्र के सम्मान समारोह के मौके पर उत्तर प्रदेश के एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात हो गई। उनका कहना था कि वे 72 देशों का दौरा करके आए हैं। और अब वे इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि सनातन धर्म ही दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है और उसके चिह्न और अवशेष पूरी दुनिया में मौजूद हैं। ज्यादा पूछने पर वे दावा करने लगे कि ईसाई और इस्लाम की धर्मस्थलियां भी वास्तव में सनातन धर्म की स्थलियां ही हैं। वे कह रहे थे इस बार के…
जयपुर, 20 दिसम्बर। पर्यटन विभाग की ओर से अल्बर्ट हॉल पर 27-28 दिसम्बर को सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी। पर्यटन विभाग की पाक्षिक सांस्कृतिक संध्या कल्चरल डायरीज के तहत दो दिनों तक अल्बर्ट हॉल पर पद दंगल, रिम भवाई, कथक, लोक नृत्य एवं फ्यूजन व राजस्थानी लोक वाद्यों व वेस्टर्न म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंटल फ्यूजन जैसे कार्यक्रमों का आयोजन होगा। उल्लेखनीय है राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की पहल पर राजस्थान पर्यटन विभाग ने लोक कलाकारों को मंच देने और उनकी कला को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए कल्चरल डायरीज नामक सांस्कृतिक श्रृंखला शुरू…
अवनीश कुमार गुप्ता अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) भारत में नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने की एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जो देश को तकनीकी और आर्थिक दृष्टि से सशक्त बनाने की दिशा में अग्रसर है। 2016 में स्थापित इस मिशन का उद्देश्य न केवल भारत को स्टार्टअप संस्कृति में अग्रणी बनाना है, बल्कि युवाओं के भीतर रचनात्मकता और समस्या-समाधान क्षमता का विकास करना भी है। हाल ही में एआईएम को 2028 तक विस्तारित करने की मंजूरी दी गई, जिससे इसके महत्व और प्रभाव को नई मान्यता मिली। लेकिन इस पहल की सफलता केवल इसकी योजनाओं पर निर्भर नहीं करती, बल्कि…
सुनील कुमार महला आज भारत ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व धीरे-धीरे एक बार पुनः रसायन मुक्त प्राकृतिक और परंपरागत खेती की ओर बढ़ रहा है। भारत सदियों सदियों से विश्व का एक बड़ा कृषि प्रधान देश रहा है और आज भी है और यहां प्राकृतिक खेती होती रही है। कहना ग़लत नहीं होगा कि हरित क्रांति से पहले भारत परंपरागत और प्राकृतिक खेती करता रहा है। हरित क्रांति के दौरान कीटनाशकों और उर्वरकों के उपयोग बढ़ा और आज एक बार फिर भारत परंपरागत और प्राकृतिक खेती की ओर क़दम बढ़ा रहा है। वास्तव में प्राकृतिक खेती स्थानीय रूप से उपलब्ध…
सुनील कुमार महला भारत ही नहीं दुनिया के सबसे प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन हमारे बीच अब नहीं रहे।15 दिसंबर 2024 को 73 साल की उम्र में सेन फ्रांसिस्को के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि वे सांस की बीमारी(इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस) से ग्रस्त थे।पाठकों को बताता चलूं कि उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था और वे तबला वादक उस्ताद अल्ला रक्खा के बेटे थे। बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी कि उनका पूरा नाम जाकिर हुसैन अल्लारका कुरैशी था। यह भी बहुत कम लोग ही…
नई दिल्ली: कर्ण कायस्थ समाज परंपरा एवं आधुनिकता में समन्वय करते हुए स्वयं को समर्थ बनाते हुए राष्ट्र को सशक्त बनाए, इस आह्वान के साथ कर्णकुंभ-तृतीय का रविवार को समापन हो गया। इस द्विदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में किया गया था। दूसरे दिन के प्रथम सत्र का विषय था—कला क्षेत्र एवं कर्ण कायस्थ। इस सत्र की अध्यक्षता इतिहासकार भैरब लाल दास ने की एवं संचालन बिभा लाल ने किया। वक्ता थे—चित्रकार रवीन्द्र दास, लेखिका चंदना दत्त, तकनीकी विशेषज्ञ विजय बाबू एवं संपादक मुकेश दत्त। दूसरे सत्र का विषय था—प्रवासी कर्ण कायस्थ : समस्या एवं समाधान।…
अरुण कुमार त्रिपाठी भारतीय संविधान की हीरक जयंती पर संसद में चली चर्चा ने बहुत निराश किया। यह कल्पना करके सिहरन होती है कि अगर इस संसद को संविधान बनाना होता तो वह कैसा बनता। अगर हम संविधान सभा की बहसों के सामने आज की बहसों को रखकर देखें तो मौजूदा बहस चुनावी लगती है और बचकानी भी। उसमें वे दार्शनिक तत्व नदारद हैं जो सीएडी यानी संविधान सभा की बहसों में शिखर छूने वाले थे। संविधान सभा में विभाजन के कारण पैदा हुई तल्खी के बावजूद समय समय पर पंडित जवाहर लाल नेहरू ने राजनीतिक सिद्धांतों की जो व्याख्याएं…
नई दिल्ली। आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न सीपीएसई और प्रमुख एनबीएफसी ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं। आरईसी ने कोटेश्वर, टिहरी (उत्तराखंड) में टीएचडीसीआईएल वाटर स्पोर्ट्स हाई परफॉरमेंस एकेडमी ऑफ कैनोइंग एंड कयाकिंग में ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के विकास के लिए 3.97 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की प्रतिबद्धता जताई है। इस समझौते पर शुक्रवार को आरईसी के कार्यकारी निदेशक (सीएसआर) श्री प्रदीप फैलो और टीएचडीसीआईएल के महाप्रबंधक तथा सेवा टीएचडीसी के अध्यक्ष श्री अमरदीप ने हस्ताक्षर किए।…
जयपुर, ट्रेवल प्लस लीजर के पीपुल्स च्वाइस सर्वे अवार्ड में राजस्थान को देश का सबसे बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन का खिताब दिया गया है। नई दिल्ली स्थित आईटीसी मौर्या में गुरूवार को आयोजित समारोह में पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक सुश्री सुमिता सरोच ने यह अवार्ड ग्रहण किया। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान को बेस्ट डेस्टिनेशन वेडिंग का अवॉर्ड मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह पुरस्कार राजस्थान की विरासत, कला-संस्कृति, खान-पान और स्थानीय लोगों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि राजस्थान को बेस्ट डेस्टिनेशन वेडिंग का पुरस्कार मिलना राज्य सरकार की नीतियों व पर्यटन क्षेत्र से जुड़े…