उमेश यादव इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में गंगा, यमुना और अदृश्यमान सरस्वती नदी के त्रिवेणी संगम पर पौष पूर्णिमा के पहले शाही (अब अमृत) स्नान से आरंभ हुए महाकुंभ 2025 में श्रद्धालु (और विभिन्न रूप-स्वरूप में उन्हें और उनके असबाब को अंतर्ध्यान करने के फिराक में घूमते चांडाल) मौनी अमावस्या के तीसरे अमृत स्नान से से भीगे शंखध्वनि, मंत्रोच्चार, बिछड़े अपनों की खोज- पुकार, चीत्कार, व्यापार, हवा में डंडे भांजती सरकार की भीषण मुखरता के बीच मौन का ‘राम राम’जपते जैसे-तैसे अपने गंतव्य की ओर खिसक चुके होंगे। संत संतरी महंत मंत्री ताड़क तंत्री और सनातनियों/आस्था में सबकुछ भूल जाने वाले…
Author: Md Asif Raza
डॉ.सुशील उपाध्याय आगामी समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) न्यूज मीडिया को व्यापक रूप से प्रभावित करने जा रही है। एआई का प्रभाव सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों दिशाओं में दिखाई देगा। वस्तुत: एआई न्यूज इंडस्ट्री को नए सिरे से परिभाषित करेगी। मीडिया के स्वरूप और कार्यपद्धति को अधिक तेज और कुशल बनने में सक्षम बनाएगी, लेकिन यह तेजी और कुशलता सकारात्मक दिशा में ही होगी, ऐसा कहना आसान नहीं है। मोटे तौर पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि एआई का कंटेंट के निर्माण, वितरण और पाठक या श्रोता के अनुभव पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। न्यूज इंडस्ट्री में अभी तक…
शिवानी श्रीवास्तव यार एक जीवंत, संवेदी और रसमय मूलाधार की वैज्ञानिकता का अक्षुण्ण संचार है। यह मूल रूप से प्रवाही और समुलता में ग्रा‘ होने के साथ ही विज्ञान का भावनात्मक विद्युतीय प्रवाह भी है। इस प्रकार, प्यार स्पष्ट रूप से ‘सिर्फ’ एक भावना नहीं है बल्कि यह एक जैविक प्रक्रिया है जो कई आयामों में गतिशील और द्वि दिशात्मक दोनों है। यह दो या उससे अधिक व्यक्तियों के बीच सामाजिक संपर्क की संज्ञानात्मकता और शारीरिक प्रक्रियाओं को उद्वेलित तो करता ही है जबकि भावनात्मक और मानसिक अवस्थाओं को भी गहरे प्रभावित करता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, प्यार दिल से…
आकाश शर्मा आईपीएल एक खेल से बढ़कर हर साल जरूरी इवेंट बन चुका है. अगर किसी दिन क्रिकेट प्रेमियों को ये पता चले की (फलाना साल) आईपीएल नहीं होगा तो ये किसी को अचानक हार्टअटैक से कम नहीं होगा. तो चलिए जानते हैं कि इस साल आईपीएल 2025 में हमें क्या देखने को मिलेगा… पुराने खिलाड़ियों के साथ-साथ इस साल फिर से नए चेहरे खेलते हुए मिलेंगे. इस साल जहां विराट, रोहित या धोनी (अगर वो खेले तो) को खेलते हुए उनके प्रशंसक देखेंगे, साथ ही उनका इतने सालों का फ्रेंचाइजी क्रिकेट का अनुभव उनकी फ्रेंचाइजी और नए खिलाड़ियों के…
हरि भटनागर सपनों की दुिनया में ब्लैक होल’ संतोष चौबे का हाल ही में आया उपन्यास है. मात्र 132 पृष्ठों का यह उपन्यास उनके खुद के पूर्व में लिखे गए उपन्यासों, कहानियों के मिजाज से थोड़ा हटकर, सूचना तकनीक के मार्फत समकालीन समय के कड़वे सच को उजागर करता है। संतोष चौबे की भाषा में कहें, तो नौ-दस बिन्दुओं के आगे का ऐसा खेल है जिसमें समाज को अस्तित्व में लाने व चेतना सम्पन्न बनाने वाले ब्रेन को लूट की ऐसी धमनभट्ठी में डाला जाता है, जहां उसे, उन सारे सपनों को जलना है जिनमें समाज की बेहतरी के पन्ने झिलमिला रहे थे. आज जब छद्म…
सत्येन्द्र प्रकाश आंधी से होड़ ले, गांधी के साथ चल, जाति-दिल जोड़ ले, हाथ ले हाथ चल. गांधी कहते सदा/ न कोई ऐसी अदा हो उनके देश में/ कि साधू वेश में, छिपा शैतान हो/ या कि ‘भगवान’ हो! सबको गरिमा मिले, सबका सम्मान हो, आधी दुनिया उठा, कदम-दर साथ चल. आंधी से … गांधी का सपना था/ सोच ये अपना था— आदमी-औरत में/ अमीरी-गुरबत में न कोई भेद हो/ सबको ‘अधिकार’ हो कि, सम-व्यवहार हो/ कर्म का ध्यान हो शिक्षा अभिमान हो, बेटी उत्थान हो दोनों पहिए सही (रख) उठाकर माथ चल. आंधी से … कान बहरे ‘बड़े’, यही…
सत्येन्द्र प्रकाश बापू के भारत में, गोडसे नाज कर रहे हैं. जिन्हें जेल में होना था वो राज कर रहे हैं. महंगाई से तिल-तिल मरते, गांव-शहर के लोग बंग-मणिपुर क्षीण हो रहा जड़ में सियासी रोग वो अंधे- बहरे- गूंगे का अंदाज कर रहे हैं. जिन्हें जेल में….. बापू का सपना था भारत कर्मभूमि का रूप हो ना कि यहां पर हिंसावादी भोगभूमि की धूप हो उनके ही चश्मे से उन पर गाज कर रहे हैं. जिन्हें जेल में…….. चश्मा, नाम, परिधान से बापू खुश तो नहीं होंगे महिला-हिंसा अपमान पे गांधी, रो ही रहे होंगे बलात्कारियों के सिर पे…
इन दिनों भारत प्रयागराज महाकुम्भ के आयोजन की वजह से पूरी दुनिया में खासी सुर्खियां बटोर रहा है. इस विशालतम आयोजन के साथ-साथ देश की राजधानी दिल्ली में भी एक महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है. इस महाकुम्भ में अखाड़ों का शक्ति प्रदर्शन नहीं होता है और न ही कोई पवित्र स्नान होता है. इस महाकुम्भ में बहती है ज्ञान की गंगा और साधुओं की परेड के स्थान पर एक छत के नीचे लाखों पुस्तकों का जमावड़ा होता है. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की इकाई नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया द्वारा नई…
राजधानी रांची के नामकुम स्थित आर्मी ग्राउंड में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना के तहत राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन हुआ. इस योजना के अंतर्गत राज्य की 56 लाख 61 हजार 791 महिलाओं के बैंक खातों में कुल 1415 करोड़ 44 लाख 77 हजार रुपये डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से ट्रांसफर किए गए. यह योजना महिलाओं को सशक्त बनाने और झारखंड की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू की गई है. योजना का उद्देश्य मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमने वादा किया था कि मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान…
आज से करीब 69 साल पहले बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर ने नागपुर में, हिंदुत्व के झंडाबरदारों की नाक के नीचे ही हिंदू धर्म त्यागने का ऐलान किया था. जहां आरएसएस मुख्यालय तीन दशक पहले से मौजूद था और आज भी है, उसी नागपुर में वर्ष 1956 के 14 अक्टूबर को हिन्दू धर्म त्याग कर डॉ. अंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपनाते समय- ‘धम्मचक्र प्रवर्तन के दिन’ जो 22 प्रतिज्ञाएं की थीं उनमें से एक प्रतिज्ञा थी कि ‘मैं सच बोलूंगा और अहिंसा के मार्ग पर चलूंगा.’ कितना हास्यास्पद है कि आज अपने को अंबेडकर के विचारों का अनुयायी और उनका…