संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश के जिला मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिये बिसात बिछ गई है। यूपी में नौ सीटों पर उपचुनाव हो रहा है,लेकिन सबसे अधिक चर्चा करहल विधान सभा सीट की ही हो रही है। यहां बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे हैं,लेकिन मैदान में बसपा का उम्मीदवार भी ताल ठोंक रहा है। मगर सबसे रोचक यह है कि यहां हारेगा भी मुलायम परिवार का नेता और जीतेगा भी मुलायम के घर का लीडर। इस सीट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने भतीजे पूर्व सांसद तेज…
Author: Sanjay Saxena
संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश में मिली शानदार और यादगार जीत के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के हौसले पूरी तरह से बुलंदी पर हैं. अब एक और नया अध्याय लिखते हुए लोकसभा चुनाव की सफलता 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी दोहराना चाहते हैं. 2024 के आम चुनाव में जहां उनके सामने मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेहरा थे तो वहीं 2027 में उनका मुकाबला तेज तर्रार नेता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से होगा. मोदी की तरह योगी को भी परास्त करने के लिये समाजवादी पार्टी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) पर ही दांव…
संजय सक्सेना उत्तर प्रदेश की राजनीति भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आजकल सबके आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं. पिछड़े समाज से आने वाले केशव प्रसाद मौर्य राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक पुराने और समर्पित कार्यकर्ता हैं. 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव के समय केशव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे और बीजेपी की जीत के बाद उनके सीएम बनने की चर्चा काफी जोरों से चली थीं, लेकिन ऐन मौके पर वह सीएम की रेस से बाहर कर दिये गये. इसके बाद बीजेपी आलाकमान की पोटली से अप्रत्याशित रूप से योगी…
संजय सक्सेना देश के कई राज्यों की तरह लखनऊ मे भी लेबनान में मारे गये हसन नसरल्लाह की मौत के बाद शिया समुदाय में आक्रोश है। विरोध में इन्होंने पुराने लखनऊ में राजाजीपुरम में तालकटोरा स्थित कब्रिस्तान और छोटे से लेकर बड़े इमामबाड़े तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल। यह लोग नसरल्लाह को शहिद बता रहे हैं। छोटे इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक हजारों की संख्या में शिया मुसलमानों ने विरोध मार्च निकाला। हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। इसी के साथ शिया मुसलमानों ने इजरायल के प्रधानमंत्री का…
संजय सक्सेना देश की राजनीति में पिछले कुछ वर्षों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. अब छात्र संगठनों, स्कूल कालेजों और विश्वविद्यालयों से युवा छात्र नेताओं की पौध नहीं तैयार होती है. आम युवा पीढ़ी की भी राजनीति में रूचि घटती जा रही है. यहां तक की देश के आगे ले जाने के लिये होने वाली समसामयिक राजनैतिक चर्चाओं से भी यह दूर रहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से इस बात पर चिंता जता कर समाज को आईना दिखाने का काम किया है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने…