सम्भल. मायावती से लेकर अखिलेश यादव शासनकाल तक जब बड़े बड़े दिग्गज सनातन की बात करने से कतराते थे तब सम्भल में सनातन की बागडोर सम्हालने में संघ और भाजपा संगठन की तरफ से सिर्फ एक ही नाम आगे था और वो था सिंघल परिवार का. भाजपा के सशक्त चेहरे के रूप मे राजेश सिंघल जमीनी तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं का संबल बढ़ा रहे थे तो सामाजिक संगठनों और धार्मिक संस्थानों का प्रतिनिधित्व करते हुए उनके भाई कपिल सिंघल अपने भाई का संबल.
जानकार बताते हैं कि कपिल सिंघल का अपना तरीका सम्भल मे हिन्दुत्व को जिंदा रखने और उसकी साख को सम्हालने का था. और जब योगी सरकार आई तो खुले मन से खुद मुख्यमंत्री योगी ने कपिल सिंघल के बड़े भाई राजेश सिंघल के तारीफों के पुल भरे मंच से बांधे. जाहिर हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनों को पहचानने और उनका मान रखने का हुनर जानते ही हैं और सिंघल परिवार उसके लायक है ऐसा सम्भल का बच्चा बच्चा जानता हैं.