प्रियंका कटारे
प्रेम तो है अमूल्य प्रिये,
सस्ता न इसको जान।
जिसने पाया प्रेमधन,
बस वो सबसे धनवान।
प्रेम करे से मीरा बनी,
और प्रेम करे से राधा।
बिन प्रेम के जीवन जीना,
ज्यों जीना जीवन आधा।
प्रेम तो है एक भावना,
मुख से न बखानी जाए।
इसको जो अनुभव करे,
वो मंद-मंद मुस्काए।
जाके ह्रदय प्रेम बसै,
बाके होवें ऊँचे भाग।
प्रीतम को जो खोजे फिरै,
फिर रहे न जग से लाग।