संजय सक्सेना
लखनऊ। कांग्रेस के ‘कर्णधार’ राहुल गांधी एक बार फिर ‘यात्रा’ पर निकल रहे हैं. पहले राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी तो अब वह भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. बात ज्यादा पुरानी नहीं है जब राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी,लेकिन तब राहुल गांधी की इस यात्रा ने यूपी में कोई खास समय नहीं बिताया था,पश्चिमी यूपी के मात्र तीन जिलों से होकर गुजरी थी.लेकिन अबकी से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज्यादा दिन यूपी में रहेगी. 14 जनवरी से शुरू होने वाली यह यात्रा उत्तर प्रदेश में 11 दिन में 20 से ज्यादा जिले कवर करके कुल 1074 किमी. की दूरी तय करेगी।
राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान पूर्वांचल, मध्य यूपी, अवध क्षेत्र, पश्चिम और बुंदेलखंड को कवर करेगी। राहुल की यात्रा वाराणसी के रास्ते यूपी में प्रवेश करेगी,फिर चंदौली, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, लखनऊ, सीतापुर से होते हुए शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, ज्योतिबाफुले नगर, बिजनौर, हापुड़, बदायूं, अलीगढ़, मथुरा, आगरा के रास्ते से दूसरे राज्य के लिए निकल जाएगी. ये सभी वो जिले हैं, जिन जिलों में कांग्रेस ने तैयारी के लिहाज से पूरा फोकस कर रखा है.पूर्व में राहुल ने जब भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी,उसके बाद कर्नाटक विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मिली शानदार सफलता को राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर देखा गया था,लेकिन इसके बाद मध्य प्रदेश,राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।
बहराल, कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर निकाली जा रही है इसलिए कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस यूपी पर है क्योंकि यूपी में कांग्रेस का जनाधार धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है.पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा में उत्तर प्रदेश के सिर्फ तीन जिले शामिल थे,इस बार यह संख्या 20 पर पहुंच गई है. इस बार राहुल गांधी का प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा कवर करने वाले हैं. इस रूट में उनका पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी और रायबरेली भी शामिल है. माना जा रहा है कि कांग्रेस अपने पुराने गढ़ वापस पाने के लिए पूरी ताकत झोंकने की योजना पर है.इसी कड़ी में रायबरेली और अमेठी के साथ गांधी परिवार के भावनात्मक लगाव को उभारने के लिए इसे रूट में शामिल किया गया है।
यूपी कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में निकल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा का लोकसभा चुनाव में वैसे ही व्यापक लाभ मिलेगा, जिस तरीके से भारत जोड़ो ने पूरे देश के जनमानस पर व्यापक असर डाला था. उन्होंने कहा कि यह देश की सामाजिक न्याय, आर्थिक असमानता की लड़ाई है. सरकार ने युवाओं, किसानों और बेरोजगारों से जो वायदे किए थे, यह उनकी लड़ाई है जिसे राहुल गांधी लगातार लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की विचारधारा है, कांग्रेस हमेशा जनता के मुद्दों को लेकर लड़ती रहती है.भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिये कांग्रेस देश की आम जनता के मुद्दों को उठाने का काम करेगी।
दरअसल राजनीति में एक पुरानी कहावत है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है. यूपी में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं. वहीं प्रदेश में कांग्रेस एक सीट रायबरेली तक सिमट कर रह गई है.साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस अपनी पैतृक सीट अमेठी भी हार चुकी है. इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को बड़े अंतर से हरा दिया था.इतना ही नहीं, यूपी में चुनाव दर चुनाव कांग्रेस का ग्राफ गिरता ही जा रहा है, जिसकी वजह से अन्य पार्टियों की अपेक्षा कांग्रेस की ताकत यूपी में गिरती नजर आती है.कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा से कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को व्यापक स्तर पर फायदा होगा. वहीं बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस अपना रास्ता भटक गई है इसलिए राहुल गांधी इस न्याय यात्रा से कांग्रेस के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यूपी में सिर्फ एक सीट पर सिमट गई कांग्रेस इस यात्रा के जरिये 2009 के नतीजे दोहरा सकती है।