उदय सर्वोदय
आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न सीपीएसयू और अग्रणी एनबीएफसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल) ने दो परियोजना विशिष्ट एसपीवी (विशेष प्रयोजन वाहन) सौंपे। इसमें कल्लम ट्रांसको लिमिटेड और जलपुरा खुर्जा पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड का गठन महाराष्ट्र के कल्लम क्षेत्र में पश्चिमी क्षेत्र नेटवर्क विस्तार योजना और संबंधित लाइनों – 400/220 केवी के साथ, 2़500 एमवीए जीआईएस सबस्टेशन मेट्रो डिपो (जीआर नोएडा) निर्माण के लिए किया गया। इसके साथ ही 2़500 एमवीए जीआईएस सबस्टेशन जलपुरा को टैरिफ आधारित बोली प्रक्रिया के माध्यम से सौंपा गया।
मेसर्स इंडिग्रिड 2 लिमिटेड और इंडिग्रिड 1 लिमिटेड (कंसोर्टियम) महाराष्ट्र के कल्लम क्षेत्र में पश्चिमी क्षेत्र नेटवर्क विस्तार योजना के विकास के लिए विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार की अंतर राज्य ट्रांसमिशन परियोजना के लिए सफल बोलीदाता थी और मेसर्स टाटा पावर कंपनी लिमिटेड अंतर-राजीय परियोजना के लिए संबधित लाइनों के निर्माण के लिए सफल बोलीदाता थी।
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आम्रपाली समूह के प्रोजेक्ट्स में एनबीसीसी बनाएगी 13,500 नए फ्लैट
एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड ने बताया कि आम्रपाली समूह की पांच अंडर कंस्ट्रक्शन परियोजनाओं में 10,000 करोड़ रुपये के निवेश से 13,500 अतिरिक्त फ्लैट बनाएगी। खबर के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इन परियोजनाओं में इस्तेमाल नहीं हुई जमीन पर निर्माण की परमिशन दी है। इसके बाद ही कंपनी के लिए नए फ्लैट बनाने का रास्ता साफ हुआ है। एनबीसीसी को आम्रपाली समूह की रुकी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने का काम सुप्रीम कोर्ट ने सौंपा है।
बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन के लिए गेल ने जीता सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार
गेल (इंडिया) लिमिटेड को बरौनी-गुवाहाटी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना (बीजीपीएल) में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ निर्माण परियोजनाओं के लिए उपलब्धि पुरस्कार’ श्रेणी में प्रतिष्ठित 15वें सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह परियोजना, जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना का एक अभिन्न अंग है, जो पहली बार उत्तर-पूर्व भारत को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़कर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
परियोजना अवलोकन: बरौनी-गुवाहाटी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना 718 किमी तक फैली हुई है और इंद्रधनुष गैस ग्रिड लिमिटेड (आईजीजीएल) के माध्यम से पूरे उत्तर-पूर्व क्षेत्र में पर्यावरण के अनुकूल प्राकृतिक गैस पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में कार्य करती है। विशेष रूप से, यह परियोजना गुवाहाटी और बोंगाईगांव में आईओसीएल रिफाइनरियों जैसे प्रमुख ग्राहकों के साथ-साथ बिहार, पश्चिम बंगाल और असम में सिटी गैस वितरण के लिए नौ भौगोलिक क्षेत्रों को पूरा करती है।
इंजीनियरिंग उपलब्धियाँ: परियोजना को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें दुर्जेय ब्रह्मपुत्र नदी को पार करना और अस्थिर उप-मृदा स्तर के साथ कठिन इलाके से निपटना शामिल था। हालाँकि, गेल टीम ने इन बाधाओं पर काबू पाने में असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया। प्रमुख इंजीनियरिंग उपलब्धियों में ब्रह्मपुत्र नदी की अभूतपूर्व 3.6 किमी एचडीडी क्रॉसिंग, उस समय की सबसे लंबी क्रॉसिंग और चार प्रमुख नदी क्रॉसिंग के लिए माइक्रो-टनलिंग तकनीकों का अग्रणी उपयोग शामिल है।
सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार
भगवान विश्वकर्मा द्वारा सन्निहित निर्माण उत्कृष्टता के लोकाचार से प्रेरित सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार, व्यक्तियों और संगठनों को उनके प्रदर्शन को बढ़ाने और भारतीय निर्माण उद्योग की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए मिलता हैै।