Author: Md Asif Raza

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अनन्या मिश्रा हम सभी भी एक बार विदेश घूमने की ख्वाहिश जरूर होती है। यदि कोई विदेश में समुद्री तट के किनारे घूमना चाहता है, तो सबसे पहले मालदीव का नाम लिया जाता है। लेकिन विदेश घूमने में हमारा बजट साथ नहीं देता है। जिसके कारण लोग विदेश घूमने का प्लान कैंसिल कर देते हैं। वहीं एक मिडिल क्लास वाला व्यक्ति विदेश के मालदीव जैसी जगह को घूमने का प्रयास करता है। इसे भी पढ़ें ⇒झूठ की बुनियाद पर टिका भाजपा का सदस्यता अभियान ऐसे में अगर आप भी बजट के कारण मालदीव घूमने नहीं जा सकते हैं। तो यह…

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डॉ राजेंद्र प्रसाद शर्मा 100 से अधिक विमान उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी इस मायने में गंभीर हो जाती है कि धमकियों पर धमकियों के बावजूद धमकी देने वालों की अभी तक पहचान ही नहीं हो पा रही है। इसे तकनीक की विफलता भी माना जा सकता है। कहा तो यह जा रहा है कि विमान उड़ाने की अधिकांश धमकियां विदेशी धरती से आ रही है। पर सवाल यह भी है कि जिन देशों से धमकियां आने के संकेत मिल रहे हैं उनमें भारत का दुश्मन देश केवल और केवल कनाड़ा को माना जा सकता है। हांलाकि इस…

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अनन्या मिश्रा अक्सर लोग घूमने के लिए अच्छी जगह की तलाश करते हैं। बता दें कि कपल्स के लिए टूर पैकेज से यात्रा करना अच्छा होता है। क्योंकि इस दौरान कपल्स को ट्रिप की योजना बनाने की टेंशन नहीं होती है। टूर पैकेज में यात्रा का पूरा शेड्यूल पहले से तय होता है। इसमें बस-कैब की सेवाएं शामिल होती है। इसे भी पढ़ें ⇒इतिहास जस्टिस चंद्रचूड़ को कैसे याद करेगा, यह उन्होंने ख़ुद तय कर दिया है वहीं इस पैकेज में ट्रांसपोर्टेशन और होटल की बुकिंग भी पहले से हो जाती है। जिसकी वजह से ट्रिप के दौरान कपल्स को…

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अपूर्वानंद खबर है कि जब बाबरी मस्जिद की ज़मीन की मिल्कियत तय करने के मामले में कोई रास्ता नहीं निकल रहा था तब देश के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ अपने ईश्वर के सामने करबद्ध बैठे और कहा कि अब तुम्हीं राह दिखलाओ। यह चंद्रचूड़ साहब ने अपने गांववालों को बतलाया। मतलब यह कि जो फ़ैसला न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ और उनके बिरादर न्यायमूर्तियों ने दिया, वह उनका नहीं था, ईश्वर ने लिखवाया था। लेकिन यह कहकर एक तरह से चंद्रचूड़ साहब ने यह स्वीकार कर लिया कि निर्णय उनका लिखा हुआ था जिस पर बाक़ी 4 बिरादर न्यायमूर्ति राज़ी हो गए।…

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कमलेश पांडे लीजिए, जम्मू-कश्मीर में एक और आतंकवादी हमला हो गया, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग मारे गए। यह नृशंस वारदात किसकी शह पर हुई और किसकी नीतिगत लापरवाही से हुई, यह पुनः विमर्श का विषय है! क्योंकि हमारे देश में ऐसी घटनाएं आए दिन की बात हो चली हैं और राष्ट्र के किसी न किसी हिस्से में घटित होती रहती हैं। आखिर इस घटना के क्या मायने हैं, इस पर विचार करने से पहले एक सुलगता हुआ सवाल मेरे मनमस्तिष्क में कौंध रहा है कि आखिरकार ‘खूनी होते जा रहे लोकतंत्र’ और इसको ‘संरक्षित करने वाले संवैधानिक तंत्र’…

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अनन्या मिश्रा ऐसा शायद ही कोई हो जिसको घूमना-फिरना पसंद न हो। इसलिए जब भी वीकेंड या लंबी छुट्टी मिलती है, तो लोग फैमिली, पार्टनर या दोस्तों के साथ अपनी पसंदीदा जगह घूमने पहुंच जाते हैं। बता दें कि वैसे तो दक्षिण भारत में घूमने के लिहाज से कई फेमस जगहें हैं, लेकिन केरल राज्य में स्थित त्रिशूर एक ऐसी जगह है, जहां पर हर कोई घूमना पसंद करता है। इसे भी पढ़ें ⇒छत्तीसगढ़ में भांग की औद्योगिक खेती तस्करी से सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि का मार्ग कोच्चि और कोझिकोड के बाद त्रिशूर केरल का तीसरा सबसे बड़ा शहर है।…

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डॉ राजाराम त्रिपाठी छत्तीसगढ़ प्रचुर संभावनाओं वाला प्रदेश है। यहां की अनुकूल जलवायु और भौगोलिक स्थितियाँ गांजा-भांग की खेती के लिए देश में सबसे ज्यादा उपयुक्त हैं। यहां यह समझना भी जरूरी है कि देवाधिदेव महादेव की बूटी के नाम से प्राचीन काल से विख्यात-विख्यात वाले  गांजा और भांग दरअसल एक ही प्रजाति के पौधे हैं। इन दोनों में उपयोग किए जाने वाले पौधे के भाग तथा उपयोग विधि का अंतर है। विशेषकर दंडकारण्य का पठार तथा बस्तर क्षेत्र, अमरकंटक और जशपुर-अंबिकापुर सहित छत्तीसगढ़ के अधिकांश भागों में इसकी खेती बिना किसी विशेष प्रयास के सफलतापूर्वक की जा सकती है।…

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भारत एक विशाल लोकतान्त्रिक व संप्रभु देश है और विभिन्नता यहां की पहचान है। जाति, भाषा, बोलचाल और धार्मिक अलगाव के बावजूद लगभग सात दशकों से देश में लोकतंत्र फलफूल रहा है। यहां विभिन्न राज्यों में अलग-अलग दलों की सरकारें काम करती हैं लेकिन कभी भी राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता जैसे संवेदनशील प्रश्नों को बहस का मुद्दा नहीं बनने नहीं दिया गया। यही भारत की खूबसूरती है, यही असल मायने में लोकतांत्रिक होने का सबूत भी है। जबकि बदलते परिवेश और संदर्भ में विचारधारा की राजनीति के दबाव में या यों कहें राजनीतिक सहूलियतों के मार्फत कुछ ऐसे प्रश्नों को…

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मणिपुर कैडर के 1993 बैच के आईएएस अधिकारी और वर्तमान में आरईसी के सीएमडी विवेक कुमार देवांगन ने अपनी उत्कृष्ट सेवाओं से एक विशेष पहचान बनाई है। श्री देवांगन ने एनआईटी भोपाल और आईआईटी दिल्ली से शिक्षा प्राप्त की है और बतौर आईएएस अधिकारी कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। विद्युत मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में उनकी भूमिका भी उल्लेखनीय रही है। उदय सर्वोदय के प्रबंध संपादक तबरेज खान के साथ ‘खास मुलाकात’ में श्री देवांगन ने आरईसी और भारत के ऊर्जा क्षेत्र में सरकार की योजनाओं पर चर्चा की, जो देश के भविष्य को एक नई…

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पलकी शर्मा भारत और कनाडा के आपसी रिश्ते रसातल में जा चुके हैं। भारत ने कनाडा से अपने छह राजनयिकों को वापस बुला लिया है और भारत में तैनात छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। ऐसा लगता है कि कनाडा नया पाकिस्तान बनता जा रहा है। वह आतंकवादियों का समर्थन कर रहा है और उनके लिए भारत से लड़ाई कर रहा है। इसे भी पढ़ें ⇒बेगुसराय: मुस्लिम भाई सजाते हैं दुर्गा पूजा में मां का पंडाल इसके लिए केवल एक ही व्यक्ति को दोषी ठहराया जा सकता है- कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो। उनके राजनीतिक एजेंडे और अदूरदर्शिता…

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